Wednesday, December 16, 2009

गरीबों की सेवा सा धर्म नहीं धरती पर!

बेरूआरबारी (बलिया), निप्र ।गरीबों, पीड़ितों की सेवा से बढ़कर इस धरती पर कोई बड़ा धर्म नहीं है। गरीब व पीड़ित व्यक्ति को सहायता प्रदान करने से स्वयं को संतुष्टि मिलती है।

यह बातें क्षेत्र के शोकहरण नाथ असेगा मंदिर पर क्षेत्र के बरवा, देल्हुआ, मिड्ढा, सूर्यपुरा, धनौती, असेगा आदि गांवों में कम्बल वितरण के दौरान मुख्य अतिथि किसान मोर्चा के मध्य प्रदेश प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने कहीं। कहा कि असेगा की इस आध्यात्मिक धरती पर गरीबों में कम्बल वितरण करके मुझे काफी संतुष्टि मिली है। श्री सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य नागरिकों से भी गरीबों, पीड़ितों के सहयोग में आगे आने की अपील की। इसी क्रम में वरिष्ठ समाजसेवी व व्यवसायी सुनील सर्राफ ने कहा कि देश में गरीबों की संख्या बहुत है। यह शर्म की बात है। इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से गरीबों व पीड़ितों को सहायता प्रदान करना एक सराहनीय कदम है। सर्राफ ने अन्त में उपस्थित समाजसेवियों से ऐसे पुनीत कार्यो में भरपूर सहयोग करने की अपील की। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र सिंह, अंजनी सिंह, भोली सिंह, मंटू सिंह, मदन गिरि आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता भाजपा के ब्लाक अध्यक्ष रामायण सिंह ने की तथा संचालन युवा नेता सुनील कुमार सिंह ने किया।

Sunday, December 6, 2009

उम्र पढ़ने की, सिर पर गिट्टी लेकर भर रहे सड़क !

बलिया। हम पढ़ेंगे, आगे बढ़ेगे का नारा स्थानीय तहसील में मुंह चिढ़ा रहा है। खेलने व पढ़ने के समय में मासूमों के सिर पर काम का बोझ। बच्चों का यह दृश्य बालश्रम उन्मूलन की खूलेआम खिल्ली उड़ रहा है जिसे प्रति दिन देखा जा सकता है।

बलिया-बांसडीह मार्ग का नवनिर्माण का कार्य तेजी पर है और बिहार से आये मजदूर सपरिवार रह कर उक्त सड़क निर्माण में लगे हैं। आर्थिक अभाव व संसाधन के अभाव में पूरा परिवार जिसमें बच्चे भी लगे हैं। पढ़ने की उम्र में सिर पर कंकड़ों से भरा खांची उठाकर सड़क पर गिट्टी फेंकने का काम कर रहे है। शायद इन मासूमों पर न तो उनके मां-बाप का ध्यान जाता है और न ही उन पर प्रशासनिक अधिकारियों की नजर पड़ती, जो इस उम्र में काम न कराने की पाबंदी व रोक के बारे में भलीभांति परिचित हैं।

विकलांगों की सेवा में मिलती है सुखद अनुभूति : डा. मंजूषा

बलिया। शारीरिक रूप से अपंग बच्चों की सेवा करने में एक अजीब तरह की अनुभूति होती है। सेवा की श्रेणी मेंभी यह कार्य सर्वोच्च है। सभी लोगों को इसके लिए आगे आना चाहिए। उक्त बातें वरिष्ठ चिकित्सक डा. मंजूषा व डा. राजेश प्रसाद ने रविवार को आवासीय ब्रिजकोर्स में अध्ययनरत 40 बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ऊलेन वस्त्र वितरित करते समय कही। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत समेकित शिक्षा में विकलांग बच्चों के आवासीय विद्यालय में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। डा. राजेश प्रसाद ने बच्चों को आवश्यक दवाएं वितरित किया। इस मौके पर एबीएसए अशोक सिंह, नगर शिक्षाधिकारी एके झा, ओमप्रकाश राय, विवेक तिवारी, राजेन्द्र प्रसाद, प्रभुनाथ राय आदि उपस्थित रहे। जिला समन्वयक ओमप्रकाश सिंह ने सभी के प्रति आभार जताया।