Wednesday, September 30, 2009

हत्या व बढ़ते अपराध के विरोध में बंद रहा बैरिया बाजार !

बलिया। स्थानीय थाना क्षेत्र के मुकामी गांव के कुंवर टोली में सोमवार की शाम हुई युवक की हत्या से उबाल खाये व्यवसायियों ने क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के विरुद्ध बुधवार को बैरिया बाजार में स्थित अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। बाजार बंद होने से आम लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। व्यवसायियों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से क्षेत्र में अंधाधुंध आपराधिक घटनाएं घटित हो रही हैं और पुलिस सीधे-सादे लोगों को परेशान करने में लगी हुई है।

व्यवसायियों ने पुलिस प्रशासन को चेताया कि अगर आपराधिक घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो व्यापारी आंदोलन के लिए सड़क पर उतरेगे। बता दें कि मुकामी गांव के कुंवर टोली निवासी विजय मिश्र की हत्या कुछ लोगों द्वारा चाकुओं से गोद कर दी गई थी जिससे लोगों में काफी आक्रोश है।

Tuesday, September 29, 2009

डा. सुद्युम्न आचार्य राष्ट्रपति सम्मान के लिए चयनित !

बलिया । संस्कृत के प्रख्यात विद्वान डा. सुद्युम्न आचार्य इस वर्ष राष्ट्रपति सम्मान के लिए चयनित किये गये हैं। श्री मुरली मनोहर टाउन पीजी कालेज के अवकाश प्राप्त प्राध्यापक डा. सुद्युम्न संस्कृत में उत्कृष्ट कार्य करने वाले देश के 15 शीर्ष विद्वानों में से एक चुने गये हैं। डा. आचार्य ने संस्कृत में दर्शन शास्त्र के क्षेत्र में, भौतिक विज्ञान आदि पर गम्भीर कार्य किया है, प्राचीन गणित के अनेक प्रमेयों को खोजा है तथा आधुनिक गणित से समतुल्य स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है जिससे संस्कृत में वैज्ञानिक तथ्यों को सिद्ध करने में नया आयाम प्राप्त हुआ है।

डा. सुद्युम्न ने दुर्लभ प्राचीन अनेक ग्रन्थों की स्वकीय व्याख्या का सम्पादन करके उन्हें प्रकाश में लाने का बहुमूल्य कार्य किया है। इनमें गणित का एक बहुमूल्य ग्रन्थ 'त्रिशतिका' भी है, जो भास्कराचार्य से भी पहले आज से लगभग 1300 वर्ष पूर्व रचित किया गया था। इसे व्याख्या के साथ सबसे पहले प्रकाश में लाने का श्रेय डा. आचार्य को है। इससे पूर्व भी अनेक सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त कर चुके डा. सुद्युम्न आचार्य का सर्वाेच्च सम्मान के लिए चयन होने से सम्पूर्ण संस्कृत समाज गौरवान्वित है।

गुलाबों की नगरी : विकास के लिए आज भी मसीहे का इंतजार !

सिकन्दरपुर (बलिया)। विकास एवं जनता की मूलभूत समस्याओं के समाधान हेतु शासन द्वारा जबकि भारी धन व्यय कर अनेक तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं वहीं गुलाबों की नगरी कहलाने वाली नगर पंचायत सिकन्दरपुर में मानापुर के रूप में एक ऐसा मोहल्ला भी है जहां विकास की किरणें आजादी के छ: दशक बाद भी संतोषजनक रूप से नहीं पहुंच पायी हैं। इसके चलते मोहल्ला के नागरिक आज भी आवागमन, पेयजल, विद्युत, शिक्षा तथा स्वास्थ्य जैसी मूलभूत जरूरतों की प्राप्ति हेतु जूझ रहे हैं। ये अलग बात है कि नगर पंचायत के अन्य मोहल्लों की भांति शासन द्वारा गलत सही ढंग से अब तक निश्चित रूप से लाखों रुपया बहाया गया होगा। शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में तो यह मोहल्ला अभी तक अन्य मुहल्लों से काफी पीछे चल रहा है। नगर पंचायत के अन्तिम पूर्वी उत्तरी छोर पर दो वाडरें में विभाजित इस मोहल्ले में न तो एक प्राथमिक विद्यालय है और न ही नागरिकों के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई व्यवस्था है। फलत: इस मुहल्लेवासियों को अपने बच्चों की पढ़ाई चिकित्सा व स्वास्थ्य सम्बन्धी आवश्यकता की पूर्ति हेतु दो किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। यह अलग बात है कि चांद पर पानी खोजकर हम भारतवासी गौरवान्वित हैं, विकसित मुल्कों को चौका दिये हैं तथा उन्हे अपनी विज्ञान क्षमता का लोहा मनवाने को विवश कर दिये है।

इस मुहल्ले में आयोजित जन चौपाल में यहां के लोग जनप्रतिनिाियों से खासे नाराज दिखे। नागरिक समस्या शिविर में आये नागरिकों ने अपनी समस्याओं के लिए नगर पंचायत सिकन्दरपुर प्रशासन को भी दोषी ठहराया तथा उस पर जमकर भड़ास निकाली। इस मोहल्ले में कस्बे के अदंरूनी भाग से मनियर रोड को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग तो सीमेंटेड है जबकि बस्ती में जाने वाले करीब एक दर्जन सम्पर्क मार्ग कच्चे हैं जिससे बरसात के दिनों में उस पर चलना टेढ़ी खीर के सामान हो जाता है।

मोहल्ले की समस्याओं के बारे में पूछने पर रामजीत चौहान ने बताया कि यहां सर्वाधिक समस्या बिजली और जल निकासी की है। जल निकासी के लिए नगर पंचायत द्वारा मुख्य सड़क के दोनों तरफ नाले बनवाये तो गये हैं किन्तु सफाई के अभाव में उनका अधिकांश भाग कीचड़ से भर गया है तथा उसमें झाड़-झंखाड़ उग गया है। कहा कि बिजली आज मानव जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण बन गई है। इस स्थिति से प्रशासन व बिजली विभाग के लोग अवगत भी हैं बावजूद इसके मोहल्लेवासियों को बिजली की समस्या से निजात नहीं दिलाई जा रही है। सब्जी उगाने वाले नथुनी वर्मा ने बताया की बच्चों की शिक्षा के लिए न तो सरकारी और नहीं प्राइवेट सेक्टर से कोई व्यवस्था है। फलत: हमें अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए मोहल्ले से करीब दो किमी दूर स्थित विद्यालयों में भेजना पड़ता है। बिजली के बारे में बताया कि पिछले एक महीने से मोहल्ले के नागरिकों को बिजली रानी के दर्शन नहीं हो पाये हैं जिसके मूल में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा तथा विद्युत विभाग की उदासीनता है। शिवकुमार वर्मा ने बताया कि यह मोहल्ला नगर पंचायत के बाहरी भाग में स्थित है प्रशासन की लापरवाही के कारण मोहल्ले का अधिकांश भाग मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि बिजली समस्या के समाधान तथा नालों की सफाई हेतु अनेक बार सम्बन्धित विभागों से कहा गया किन्तु अब तक उनके कान पर जूं नहीं रेगा। उन्होंने विशेष तौर से बढ़ती नागरिक समस्याओं के लिए नगर पंचायत प्रशासन और यहां के जनप्रतिनिधियों को दोषी ठहराया। अफसोस जताया कि नेता मात्र चुनाव के दिनों में ही वोट लेने के लिए मोहल्ले में आते हैं चुनाव बाद उनका इस मोहल्ले में दर्शन नहीं होता। मीरा देवी ने मोहल्ले की साफ सफाई, बिजली, राशन कार्ड की समस्या का मुद्दा उठाते हुए बताया कि पात्रों को पीला राशन कार्ड जबकि अपात्र व्यक्तियों को सफेद व लाल राशन कार्ड प्रशासन द्वारा प्रदान कर दिया गया है। अपने बच्चों के साथ गरीबी की मार झेल रही विकलांग देवन्ती देवी का रोना था कि हमारे पास न तो खेती योग्य जमीन है और न ही रहने के लिए घर फिर प्रशासन द्वारा पीला कार्ड मुहैया कराया गया है। विधवा राधिका देवी का दर्द भी देवन्ती से बढ़कर है। वह विधवा है तथा आज भी प्लास्टिक व फूस की झोपड़ी डालकर अपनी जवान बेटियों के साथ अपनी इज्जत समेटे हुए है। आजीविका का कोई अन्य सहारा नहीं रहने तथा खेतों के अभाव में थोड़ा बहुत सब्जी बेचकर किसी प्रकार अपना व अपने बच्चों का पेट भरने के साथ ही अपनी इज्जत पर पर्दा रखे हुए है। राधिका ने आंखों में आंसू भरकर बताया कि उसके पास एक अदद राशन कार्ड तक नहीं है जिससे कि सस्ता मिट्टी तेल व अनाज उसे मिल सके। छोटेलाल रजक ने बताया कि मोहल्ले का उतरी भाग आज भी विद्युतीकरण से वंचित है जिससे यहां के नागरिक बिजली का उपयोग नहीं कर पाते है। बताया कि करीब आधा दर्जन सम्पर्क मार्गो में से मात्र एक की ही सोलिंग करायी गयी है। बरसात के दिनों में अन्य कच्चे मार्गो पर चलना मुश्किल हो जाता है। दीघा गड़ही है उसमें धोबी घाट भी है किंतु घाट पक्का नहीं होने तथा गड़ही का पानी गंदा होने से हमें कपड़ा धोने के लिए दूरदराज के गांवाें के पोखरों का सहारा लेना पड़ता है। दीघा गड़ही के सटे निवास करने वाले अनिल कुमार ने बताया कि गड़ही से निकलने वाली दुर्गन्ध पूरी बस्ती के वातावरण को दूषित करती है। अनेक बार मोहल्ले में कालरा का प्रकोप होने से कई जानें जा चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग और पंचायत प्रशासन को सूचना दिये जाने के बावजूद आज तक कोई इस मोहल्ले में झांकने तक नहीं आया। उन्होंने टोला का विद्युतीकरण कराने तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा यहां के नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने की मांग की। अवकाश प्राप्त सैनिक प्रभुनाथ गोंड ने बताया कि मोहल्ले में सरकारी पानी की सप्लाई तो समय-समय पर मिल जाती है किन्तु यहां के नागरिक बिजली आपूर्ति की दु‌र्व्यवस्था से काफी कठिनाई महसूस करते हैं। हफ्तों महीनों तक इस मुहल्ला से बिजली गायब रहती है। विद्युत केन्द्र सिकन्दरपुर को सूचना दी जाती है किन्तु समय से विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं की जाती। बताया की नगर पंचायत द्वारा मोहल्ला के उत्तरी भाग के निवासियों को कोई सुविधा प्राप्त नहीं है। सभी गलियां आज भी कच्ची पड़ी हुई हैं। बरसात के दिन में आवागमन की सर्वाधिक कठिनाई मुख्य मार्ग से मोहल्ले की तरफ जाने वाले मार्ग पर होती है क्योंकि उस पर पानी और कीचड़ भर जाता है।

विकास से अछूता नहीं रहेगा बांसडीह का कोई भी गांव !

बांसडीह विधान सभा क्षेत्र का कोई भी गांव अब विकास से अछूता नहीं रहेगा। मैं भाषण में नहीं काम में विश्वास करता हूं। जनता भी कुछ महीने बाद विकास व परिवर्तन को स्पष्ट देखेगी व महसूस करेगी।

उक्त उद्गार विधायक शिवशंकर चौहान के हैं, जो त्रिकालपुर व आसमानठोठा ग्राम सभा में संयुक्त रूप से आयोजित अपने अभिनन्दन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। विधायक श्री चौहान ने ग्रामीणों की मांग पर त्रिकालपुर गांव में मां दुर्गा के निर्माणाधीन मन्दिर के निमार्ण हेतु एक लाख रूपये व आसमानठोठा में सीसी रोड के निर्माण के लिए 5 लाख अपने निधि से दिये जाने की घोषणा की। विधायक ने कहा कि आसमानठोठा के नट व चौहान बस्ती में अधूरे पड़े विद्युतीकरण का कार्य शीघ्र पूरा हो जायेगा।

इस अवसर पर आयोजित सभा को गौतम सिंह, मैनेजर सिंह, ओम प्रकाश उर्फ मुन्नू कुंवर आदि ने भी सम्बोधित किया। अध्यक्षता बसपा विधान सभा प्रभारी सुभाष पासवान व संचालन तथा आभार राजेश कुमार पाण्डेय उर्फ टुनटुन ने व्यक्त किया

कर्म के साक्षात प्रतीक है भगवान विश्वकर्मा : सनातन पाण्डेय !

चिलकहर (बलिया) । आदि शिल्पी पृथ्वी के रचईयता भगवान विष्णु साक्षात कर्म के प्रतीक है। इनके प्रति श्रद्धा एवं आस्था रखकर सम्पूर्ण मानव जाति एवं पृथ्वी की रक्षा की जा सकती है।

उक्त उद्गार चिलकहर के विधायक सनातन पाण्डेय ने सोमवार को नगपुरा गांव में शिव मन्दिर प्रांगण में भगवान विश्वकर्मा मन्दिर का शिलान्यास करने के उपरान्त आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा ने न केवल पृथ्वी बल्कि अन्य देव लोकों, भवनों की संरचना की, जो आज भी सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के लिए चुनौती है। हमें भगवान विश्वकर्मा के कर्म, सिद्धी तथा रचनाओं से हमेशा सीख लेनी चाहिए तथा पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कर संसार की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए और यही भगवान विश्वकर्मा के प्रति सच्ची आराधना होगी

समारोह को विश्वकर्मा समाज के जिलाध्यक्ष लल्लन विश्वकर्मा, लवकुश शर्मा, चीनी मिल के उप चेयर मैन चन्द्रशेखर सिंह, विजय शंकर यादव, शिवजी सिंह, अजीत सिंह, मंजीत सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। अध्यक्षता रमेश गोड़ तथा संचालन आत्मानन्द सिंह ने किया।

Saturday, September 26, 2009

देवी प्रतिमाओं के खुले पट, दर्शन-पूजन कर लोग निहाल !

बलिया। शारदीय नवरात्र के सातवें दिन शुक्रवार सप्तमी को पण्डालों में स्थापित देवी प्रतिमाओं के पट विशेष अनुष्ठान पूजन-अर्चन के साथ खोल दिए गए। प्राणप्रतिष्ठा के बाद प्रतिमाओं में अलौकिक आभा आ गई। ढोल-नगाड़ों के बीच मां के विभिन्न रूपों का पूजन-अर्चन हुआ। मां के पूजन में पान, सुपारी, ध्वजा, नारियल, नैवेद्य, फल, पुष्प के साथ ही अगरु चंदन के दिव्य गंध और देवी मां के जयकारों से पूरा माहौल देवीमय हो गया। नगर के ओकडेनगंज, जापलिनगंज, गुदरी बाजार, आर्यसमाज रोड, शास्त्री नगर बड़ागड़हा, भृगुआश्रम, कलेक्ट्रेट कालोनी, कदम चौराहा, गांधी नगर, चंद्रशेखर नगर आदि मुहल्लों में देर रात्रि तक पूजन-अर्चन, भक्ति संगीत प्रसाद वितरण आदि का कार्यक्रम चलता रहा। आबाल वृद्ध बनिता देवी मां के दिव्य स्वरूप तथा पण्डालों की छटा देखने विचरण करते रहे।

नवरात्र के मौके पर रसड़ा नगर के विभिन्न मुहल्लों में शक्ति स्वरूप लगभग चार दर्जन मां दुर्गा की स्थापित प्रतिमाओं का पट परम्परा के अनुसार तिथि सप्तमी दिन शुक्रवार को वैदिक विधि से पूजन अर्चना के बाद खोला गया। पट खुलते ही जहा मां की विभिन्न स्वरूपों की झांकी व आकर्षक पण्डालों को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी वहीं नगर में ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर बज रहे देवी गीतों की गूंज से पूरा नगर देवी मय हो गया है।

नगर के गुदरी बाजार, पुरानी संघत, उत्तर पट्टी, ठाकुर बाड़ी, पश्चिम मुहल्ला, स्टेशन रोड, बस स्टाप, छितौनी आदि पूजा समितियों के मां की आकर्षक झांकी पण्डालों तथा इलेक्ट्रानिक सजावट की छटा देखते ही बन रही है जहां भक्तों का रेला उमड़ रहा है।

खेजुरी क्षेत्र के एकइल गांव में जलाशय के मध्य स्थापित दुर्गा पण्डाल आज भी श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बिन्दु बना हुआ है। हरदोई में स्पेशल जज के पद पर तैनात इसी गांव के शिव शंकर श्रीवास्तव ने मां की प्रतिमा का पट खोला। इस मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द को मजबूती देने के लिए पुरजोर कोशिश होनी चाहिये। युवा वर्ग से रचनात्मक कार्यो में आगे आने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में धार्मिकता बनी रहे इसके लिए भी सार्थक प्रयास होने चाहिये। उन्होंने कहा कि ऐसे ही आयोजनों से लोगों में श्रद्धा व भक्ति का समावेश होता है। वहीं सामाजिक बुराइयों को दूर करने में भी मदद मिलती है। मानस की एक चौपाई सुनाते हुए उन्होंने कहा कि मुझे प्रतिमा का पट खोलने का मौका मां दुर्गा के ही आशीर्वाद से प्राप्त हुआ।

तब से देवी दरबार में जलता आ रहा साह परिवार का दीपक !

बलिया। मां दुर्गा की महिमा अपरम्पार है। उनकी कृपा होने पर लंगड़ा भी दीवार फांद लेता है, गूंगा बोलने लगता है, अंधा देखने लगता है और निर्बल सबल हो जाता है। कुछ इसी तरह की घटना ब्रह्माईन गांव में लगभग डेढ़ सौ वर्ष पूर्व घटी थी। गांव के ही एक निर्बल व्यक्ति ने मां की आराधना कर शक्ति हासिल की थी। इसके बदले में उसने देवी मां के मंदिर में रोजाना दीपक जलाने का वादा किया था। इस परम्परा का पालन आज भी उसकी चौथी पीढ़ी श्रद्धा व विश्वास के साथ कर रही है। मंदिर के बदले स्वरूप के साथ ही हालांकि परम्परा में भी बदलाव हुआ जिसके फलस्वरूप उसके परिजन मा के नाम पर घर पर ही दीपक जलाते हैं लेकिन नवरात्र के दिनों में इसी परिवार का दीपक आज भी मंदिर में मां के चरणों के पास जलता है।

किंवदंतियों के अनुसार लगभग डेढ़ सौ साल पूर्व इस क्षेत्र में नट विरादरी का एक पहलवान आया और कुश्ती लड़ने के लिए पहलवानों को ललकारने लगा लेकिन कोई उससे मुकाबले को तैयार नहीं हुआ। धीरे-धीरे वह ब्रह्माईन गांव में भी पहुंच कर वहां के लोगों को ललकारने लगा। उसके आतंक से गांव में सन्नाटा पसर गया। उसकी चुनौती गांव के रेखा साह को बर्दाश्त नहीं हुई। वह घर से निकलकर आदि शक्ति मा ब्रह्माणी देवी के मंदिर में पहुंच गया। वहां देवी के सामने इलाके की लाज व सम्मान के लिए ताकत व हिम्मत देने की मंशा लिये आराधना करने लगा। बताते हैं कि मां के आशीर्वाद से रेखा साह के अंदर एक अद्भुत शक्ति का एहसास हुआ। साह ने मां से वादा किया कि अगर वह इस जंग में नट पहलवान को मात दे देगा तो आपके दरबार में प्रतिदिन दीपक जलायेगा। फिर क्या था शरीर से निर्बल रेखा साह सबल हो गया। मंदिर से निकल कर वह सीधे नट पहलवान के पास पहुंचा और उसे ललकारने लगा। हालांकि गांव वालों ने उसे नट पहलवान से हाथ न मिलाने की सलाह भी दी लेकिन उसके ऊपर कोई असर नहीं हुआ। यह बात उस क्षेत्र में जंगल में लगी आग की तरह फैल गयी। मुकाबले को देखने के लिए दूर-दराज के पहलवान भी आ धमके। देवी मां के आशीर्वाद से रेखा साह ने नट पहलवान को धूल चटा दी। इसके बाद से साह परिवार मां के दरबार में प्रतिदिन दीपक जलाने लगा। रेखा साह के बाद जूठन, जगदीश और मौजूदा समय में विजय साह ने चौथी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हुए इस परम्परा को जारी रखा है।

इस परिवार के विजय गुप्ता बताते है कि दस वर्षों से मंदिर में आये बदलाव से इस परम्परा पर भी असर पड़ा है। जगमगाती रौशनी के बीच दीपक का महत्व नहीं रह गया। ऐसे में अपने घर में ही मां के नाम पर दीपक जलाने की व्यवस्था की गयी है लेकिन आज भी नवरात्र के दिनों में मां के दरबार में मेरे ही खानदान का दीपक सरसों के तेल या शुद्ध घी से जलता है। दस वर्ष पूर्व इस दीपक का काफी महत्व था। मा की महिमा का बखान करते यह परिवार कभी नहीं थकता। इनका मानना है कि देवी की कृपा से ही उनके कुल पुरुष ने गांव का मान-सम्मान रखा था।

Thursday, September 24, 2009

फोटो-2-भू्रण हत्या सामाजिक अपराध !

रसड़ा (बलिया) । भोजपुरी जन भाषा है और उसका मर्मस्पर्शी प्रभाव समाज को नई दिशा देने में समर्थ है। भू्रण हत्या पर जारी फिल्म निश्चित रूप से समाज की संवेदनशीलता को जगायेगी। लोग बेटा व बेटी में अन्तर न करके बच्चियों के विकास के सभी अवसर प्रदान करेंगे।

बलिया जनपद सहित अन्य जनपदों में फिल्मायी गयी भू्रण हत्या पर आधारित भोजपुरी वीडियो फिल्म कैसेट 'का हमार कसूर बा' का विमोचन बुधवार को स्थानीय गांधी पार्क में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सोनी ने सपा नेता चन्द्रशेखर सिंह के साथ करते हुए उपर्युक्त उद्गार व्यक्त किया।

उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इस फिल्म कैसेट की सफलता की कामना करते हुए कहा कि यह फिल्म सामाजिक परिवर्तन की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगी। सपा नेता चन्द्रशेखर सिंह ने भू्रण हत्या को सामाजिक अपराध बताते हुए कन्याओं के विकास की दिशा में सपा सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी।

कार्यक्रम में फिल्म की नायिका प्रिया वर्मा एवं बाल कलाकार शालू यादव ने फिल्म की कुछ दृश्यों के मर्म स्पर्शी सवांद को प्रस्तुत किया। अन्य कलाकार यशवंत वर्मा, अजय गुप्ता, सावित्री देवी, शाहनवाज अहमद, सुमन सिंह तथा तेतरी देवी भी मंच पर उपस्थित रही। वीडियो फिल्म निर्माता गौरव गिल, निहाल खां, निर्देशक समीर सागर तथा संगीतकार सतीश सीतल ने उपस्थित श्रोताओं को फिल्म की विशेषताओं के बारे जानकारी दी। अंत में कार्यक्रम के संयोजक तथा संचालन कर्ता गुलजार अहमद के साथ पिन्टू अन्सारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

Wednesday, September 23, 2009

हिन्दी को शामिल किया जाय आठवीं अनसूची में: हीरालाल !

बलिया। राष्ट्रभाषा हिन्दी को आठवीं अनसूची में शामिल करना अब समय की मांग बन गयी है। आवश्यकता इस संबंध में सार्थक पहल करने की है। तभी इसे अपेक्षित मुकाम मिल सकता है।

यह बातें पाक जेलों में जलालत की जिन्दगी गुजार रहे भारतीय युद्धबंदियों की रिहाई के लिए बिना सीट वाली साइकिल से दर्जनों देशों की यात्रा कर चुके गाजीपुर जनपद के सिधारी निवासी हीरालाल ने कहीं। वे दीवानी न्यायालय के सेंट्रल हाल में जिला जज आरपी शुक्ला के निर्देशन में सिविल जज (सीडी) अनिल कुमार यादव द्वारा आयोजित हिन्दी सप्ताह दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने परूवा बैल नामक हास्य कविता सुना सबको लोटपोट कर दिया। इससे पूर्व हिन्दी प्रचारिणी सभा के डा.शत्रुघ्न पाण्डेय ने कहा कि हिन्दी एक ऐसी भाषा है जो सभी भाषाओं को एक सूत्र में पिरो देती है। जिस राष्ट्र के पास अपनी भाषा नहीं वह राष्ट्र नहीं। इसी क्रम में अनवर लतीफी, रामाशंकर पाण्डेय, सुभाष पाण्डेय, विवेक मोहन श्रीवास्तव, त्रिभुवन सिंह, प्रीतम, अशोक कुमार, बच्चू सिंह के साथ ही इस कार्यक्रम के संयोजक सिविल जज (सीडी) अनिल कुमार यादव ने हिन्दी साप्ताहिक दिवस पर विस्तृत चर्चा की तथा अपनी कविताएं सुना कर सबको भाव-विभोर कर दिया।

इस अवसर पर अपर सत्र न्यायाधीश द्वितीय कुशलपाल सिंह, तृतीय जज राधेश्याम सिंह, चतुर्थ एकेझा, स्पेशल जज, यूसी सक्सेना, एफटीसी तृतीय श्याम नारायण त्रिपाठी, सीजेएम पृथ्वीपाल सिंह यादव, जेएम द्वितीय पवन कुमार राय, अध्यक्ष सिविल बार एचएन सिंह, सचिव क्रिमिनल बार राजेन्द्र सिंह, अध्यक्षगण जूनियर बार मुरली मनोहर सिंह व लक्ष्मण यादव, पश्चिमी मुंसिफ अरुण कुमार, अवधेश सिंह, रतन मिश्रा, विनायक सिंह, पप्पू चौरसिया आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता कर रहे जिला जज आरपी शुक्ला ने अपनी कविताओं से इस कार्यक्रम को मंजिल तक पहुंचाया। इस मौके पर कई लोगों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। संचालन पवन कुमार श्रीवास्तव (बाबू) सिविल जज पश्चिमी ने किया।

Tuesday, September 22, 2009

मेल मिलाप से ही समरसता सम्भव : दारा !

रसड़ा (बलिया) । मेल मिलाप ही हमारे जीवन में समरसता, सामंजस्य, प्रेम लाने और सम्मान पूर्ण ढंग से जीने का संदेश देता है। इसी संदेश को लेकर ईद प्रतिवर्ष आता है ताकि हम शरीर व मन की शुद्धि के साथ-साथ समाज के हित में व्यापक काम करे जिससे कोई भी दीन दुखी न रहे और सबके जीवन में खुशहाली आ जाय

नगर के जल्पा स्थान मुहल्ले में मंगलवार की शाम डा. वसीउल्लह द्वारा आयोजित ईद मिलन समारोह में उपस्थित मुख्य अतिथि सपा सांसद दारा सिंह चौहान ने उपर्युक्त उद्गार व्यक्त किया। समारोह में उपस्थित भारी संख्या में हिन्दू-मुसलमानों के अपार स्नेह व मुहब्बत को देख सांसद भाव विभोर हो उठे और उन्होंने सभी को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी।

प्रमुख समाज सेवी राजेश कुमार गुप्ता, बसपा नेता नुरूल बशर अन्सारी तथा ओम जी बरनवाल ने अपने संदेश में भारत की मिलीजुली संस्कृति का स्मरण कराते हुए लोगों से आपसी प्रेम व भाईचारा बनाये रखने का आग्रह किया

इस अवसर पर डा. बशीर अहमद, सुनील सिंह, राशिद फारुख, हरिनाथ प्रसाद, जमशेद, एनामुर्रहमान, याशीर, मुन्ना भाई तथा नेहाल अहमद ने सभी से नगर के दो सूफी संतों रोशन शाह व श्रीनाथ बाबा की परम्परागत एकता को बनाये रखने का आह्वान किया। संचालन डा. वसीउल्लाह ने किया। ईद मिलन समारोह के आयोजन में मो. रेयाज, मो. एजाज, मो. सलमान, मो. गुफरान, मो. तारीक व फहीम अहमद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

Monday, September 21, 2009

प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ के लिए निकली भव्य कलश यात्रा !

बलिया। क्षेत्र के आसन पंचायत में नव निर्मित नव दुर्गा चण्डी प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ सोमवार को प्रारम्भ हो गया जो 27 सितम्बर 09 तक चलेगा। इसी के तहत यज्ञ के पहले दिन कलश यात्रा मंदिर परिसर से प्रात: 9 बजे मां दुर्गा मंदिर से पूजा अर्चन के बाद निकाली गयी।

कलश यात्रा का नेतृत्व मंदिर के महाराज दामोदर दास जी फलाहारी बाबा कर रहे थे। बाबा फलाहारी दास जी के विधिवत पूजन-अर्चन के बाद मां के जयकारों के बीच कलश यात्रा प्रारम्भ हुई। कलश यात्रा आसन से होते हुए पचखोरा, कचबचिया, ब्रह्माणी ठेकवरा, शेरवां कला, कुर्थिया, आसन होते मंदिर परिसर पहुंची। कलश यात्रा में 116 कन्यायें अपने सिर पर जल लिये हुए मां के जयकारों के बीच चल रही थीं। यात्रा में हाथी, घोड़ा, बैण्ड बाजा एवं भक्तजन हाथ में ध्वज लिये आगे चल रहे थे।

उक्त अवसर पर बालदेव शुक्ला , धर्मात्मा सिंह, शिव कुमार सिंह, गोरख यादव, इंद्रजीत सिंह, रास बिहारी सिंह, वीरेद्र सिंह, राजेश सिंह, धीरेंद्र प्रताप सिंह, नीरज कुमार सिंह सहित हजारों की संख्या में भक्त जन उपस्थित रहे।

मिल्लत व पाकीजगी के साथ मनी ईद, गले मिले लोग !

बलिया। शव्वाल की पहली तारीख को ईद का त्योहार नगर समेत ग्रामीण अंचलों में भी अकीदत के साथ मनाया गया। मुस्लिम भाइयों ने नजदीक के ईदगाह अथवा मस्जिदों में जाकर शुक्राने की नमाज अदा करते हुए मुल्क की सलामती के लिए दुआ मांगी। सामाजिक सौहार्द को मजबूती देते हुए हिन्दू समाज के लोग भी पीछे नहीं रहे और मुस्लिम भाइयों को गले लगा उन्हे ईद की मुबारकबाद दी।

शहर के गुदरी बाजार स्थित बड़ी मस्जिद, कसावटोला, विशुनीपुर स्थित मस्जिद के अलावा बहेरी स्थित ईदगाह में ईद की नमाज अदा की गयी। विशुनीपुर मस्जिद पर जिलाधिकारी सेंथिल पाण्डियन सी व पुलिस अधीक्षक चन्द्र प्रकाश ने मुस्लिम बंधुओं को गले लगाते हुए उन्हे ईद की मुबारकबाद दी। इस अवसर पर नपा अध्यक्ष संजय उपाध्याय, नगर मजिस्ट्रेट देवकृष्ण तिवारी, उप जिलाधिकारी सदर एमपी सरोज, सीओ नगर चिंरजीव मुखर्जी व ईओ नगर पालिका रमेशचन्द्र सिंह ने भी गले मिलकर ईद की बधाई दी। इस अवसर पर जिले के आला अधिकारियों ने मस्जिदों का चक्रमण करते हुए व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। विशुनीपुर मस्जिद के मौलाना उस्मान कादिरी ने ईद की नमाज अदा करते वक्त विश्व शांति विकास व उत्थान के लिए दुआ की।

रसड़ा प्रतिनिधि के अनुसार नगर के ईदगाह में मौलाना सरवर साहब, मस्जिद हज्जिान में मौलाना अख्तर करहानी, मुन्सफी मस्जिद में हाफिज एनामुलहक तथा पुरानी मस्जिद में हाफिज ताहा ने नमाज-ए-ईद अदा करायी। इस अवसर पर मुल्क व लोगों की सलामती के लिए विशेष दुआ मांगी गयीं और लोगों को हक व इन्साफ के रास्ते पर चलने की हिदायतें दी गयीं। क्षेत्र में शान्ति स्थापित करने हेतु एसडीएम रसड़ा रत्‍‌नाकर मिश्रा, क्षेत्राधिकारी देशराज सिंह तथा प्रभारी निरीक्षक एसके सिंह बराबर चक्रमण करते रहे और ईदगाह पहुंचकर मुस्लिम भाइयों को बधाइयां दीं।

सिकन्दरपुर प्रतिनिधि के अनुसार सोमवार को प्रात: से ही सभी मुस्लिम मोहल्लों में काफी चहल पहल रही। नहा धोकर सभी लोग प्रात: 8 बजे शाही मस्जिद तथा 9 बजे ईदगाह में शुक्राना नमाज अदा किये। साथ ही एक दूसरे से गले मिल ईद की बधाई दी। बाद में लोग एक दूसरे के घर जा इस अवसर पर बनने वाली विशेष सेवई ग्रहण किये। बाद नमाज ईदगाह पर विधायक भगवान पाठक, नगर पंचायत अध्यक्ष डा. रवीन्द्र वर्मा, प्रयाग चौहान ने मुसलमानों को ईद की बधाई दे साम्प्रदायिक सद्भाव को प्रगाढ़ किया।

बिल्थरारोड प्रतिनिधि के अनुसार लखनऊ से सीधे अपने पैतृक गांव पहुंचे अवामी कौंसिल के प्रदेश सचिव फजील अहमद ने बिठुआं ग्राम में नमाज अदा करने के साथ ही लोगों से गले मिल ईद की बधाई दी।

फेफना प्रतिनिधि के अनुसार तीखा, मिठवार, फेफना व सिंहपुर में शुक्राने की नमाज अदा की गयी। इसके बाद मुस्लिम लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया तथा ईद की मुबारकबाद दी। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए थानाध्यक्ष तेज बहादुर सिंह पूरे इलाके में चक्रमण करते रहे।

गड़वार प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के अगल-बगल सरयां विसुकिया आदि गांवों में ईद का त्योहार अकीदत से मनाया गया। स्थानीय थाने के पास ईदगाह में सुबह 8:30 बजे गड़वार मस्जिद के इमाम मजहर अली काशमी ने ईद की नमाज अदा करायी। इसमें दामोदरपुर, त्रिकालपुर, खड़िचा, नवादा, कोटवापुर के मुस्लिम सम्प्रदाय के लोगों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री व क्षेत्रीय विधायक अम्बिका चौधरी ने भ्रमणकर ईद की मुबारक दी।

खेजुरी प्रतिनिधि के अनुसार खड़हरा, खेजुरी, मासूमपुर, रक्शा, पूर, पकड़ी, पहराजपुर, एकइल, पन्दह, गढ़मलपुर व जगदरा में लोगों ने सबको गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी।

प्रकृति संतुलन के लिए गो रक्षा का लें संकल्प !

बलिया। स्थानीय राम नारायण सिंह सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में सोमवार को द्वाबा विकास मंच की हुई बैठक में विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा को सफल बनाने का निर्णय लिया गया।

बैठक में द्वाबा विकास मंच के संयोजक सुरेन्द्र सिंह ने लोगों से इस अभियान में सहयोग करने का आग्रह करते हुए कहा कि भारत पुन: विश्व को यह दिशा दे सकता है कि गो केवल पशु मात्र नहीं है बल्कि विश्व मानवता का स्वास्थ्य व संस्कार के साथ साथ सम्पन्नता बढ़ाने का एक सरल माध्यम है। उन्होंने कहा कि भारत का दुर्भाग्य है कि जो गाय सब कुछ देने की क्षमता रखती है, उसकी पहचान के लिए आज तक कुछ भी प्रयास नहीं किया गया। यदि गो हत्या पर प्रतिबंध न लगा तो प्रकृति भी संतुलित नहीं रह सकेगी। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को गो रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। कहा कि गाय को हम माता की संज्ञा इसलिए देते है कि क्योंकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से मां की दूध में और गाय की दूध में समानता है। जिस प्रकार अपनी मां की रक्षा एवं सेवा करने का देश के प्रत्येक व्यक्ति का धर्म है उसी तरह गौ माता की भी जिम्मेदारी पूर्वक रक्षा हमें करनी चाहिये। बैठक में अशोक पांडेय, सत्येन्द्र पांडेय, अरुण मिश्रा, अजय सिंह आदि उपस्थित रहे।

Sunday, September 20, 2009

नवरात्र व ईद पर उमड़ी भीड़ से गुलजार हुए बाजार !

बलिया। अभी विश्वकर्मा पूजा, पितृ विसर्जन समाप्त ही हुए है कि हिन्दुओं का पावन त्योहार नवरात्र व मुस्लिमों बन्धुओं का पावन त्योहार ईद एक साथ पड़ जाने से बाजारों में काफी चहल पहल देखने को मिल रही है। लोग अपनी आवश्यकतानुसारसामानों की खरीदारी करने में जुटे हुए हैं। इन त्योहारों को लेकर युवाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। मुस्लिम युवा रंग बिरंगी टोपी व नये-नये वस्त्रों की खरीदारी में जुटे हुए है वहीं दूसरी ओर हिन्दू युवा मां दुर्गा के पंडालों को विशेष व आकर्षक रूप देने में जुटे हुए हैं। ईद की तैयारियां चरम सीमा पर होने के कारण ग्राहक अब अपने खरीदारी को अंतिम रूप देने लगे है। चौक स्थित किराना स्टोर के स्वामी शाहू विजय शंकर के अनुसार बढ़ती महंगाई का असर ग्राहकों के चेहरे पर साफ नजर आ रहा है। वे दुकानों में प्रवेश करते समय ही बोलते हैं कि भैया सस्ता वाला ही सामान दिखाइये ज्यादा महंगा वाला के जरूरत नइखे काहे कि ए घरी महंगाई में पैसा के बड़ा अभाव बा ऐसा कुछ कहने को मजबूर है ग्राहक। इसके अतिरिक्त सामानों की मात्रा कम करके लेना व सस्ते सामानों को पसंद करना उनकी मजबूरी बन गयी है। चौक स्थित एक किराना स्टोर के संचालक ओम प्रकाश के अनुसार बढ़ती महंगाई का असर बाजारों एवं दुकानों में प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिल रहा है। पहले इन दिनों हमें बात करने का समय नहीं मिल पाता था लेकिन अब हम पूरे दिन ग्राहकों का रास्ता ही निहारते रह जाते हैं। उनके अनुसार इस समय बिक्री मात्र एक चौथाई ही हो रही है। शासन के तमाम प्रयासों के बावजूद महंगाई ने लोगों की मांग व जीभ को काफी हद तक नियंत्रित करने के लिए विवश कर दिया है। यदि सूत्रों की मानें तो लोग अब किसी भी त्योहार को उतने उमंग एवं उत्साह के साथ नहीं मना पा रहे हैं जितना कि लोग पहले के समय में मनाया करते थे। बढ़ती महंगाई के कारण समाज के सभी वर्ग के लोग कराह रहे है।

नगर में चौक स्थित किराने की दुकान के स्वामी शाहू श्री के अनुसार महंगाई का असर बाजारों में प्रत्यक्ष रूप से पड़ा है। लोग जैसे-तैसे अपने कर्तव्यों का निर्वाह करने में लगे हुए हैं। जो ग्राहक पहले दो हजार रुपये की खरीदारी करते थे वे अब एक हजार रुपये की खरीदारी कर त्योहार मनाने को विवश हैं।

पांच दिनों की बैंक बंदी ने मजा बिगाड़ा

बलिया: विश्वकर्मा पूजा, पितृ विसर्जन, शारदीय नवरात्र व ईद क्रमश: पड़ जाने से बैंक पिछले पांच दिनों से बंद चल रहे हैं और मंगलवार को खुलने की उम्मीद है। बैंकों की लगातार बंदी के कारण लोग अपने खाते से पैसा नहीं निकाल पाये। इसका खरीदारी पर भी व्यापक असर पड़ा। जनपद के समस्त एटीएम भी बंद पाये गये जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गयी। अपवाद स्वरूप नगर के रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित स्टेट बैंक का एक मात्र एटीएम खुला था जिस पर लोगों की लम्बी कतार लगी हुई थी।

Saturday, September 19, 2009

या देवी सर्वभूतेषु के उद्घोष से गूंजी भृगु की धरती !

बलिया। सर्व मांगलम् मांगल्ये शिवे सर्वाध्रसाधिके, शरणये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते के बीच आदि शक्ति पारम्बा के स्मरण का विशेष अवसर शारदीय नवरात्र शनिवार को कलश स्थापना के साथ ही प्रारम्भ हुआ। देवी भक्तों ने मातारानी को प्रसन्न करने के लिए घर में विशेष पूजा अर्चन किया तथा कलश स्थापित कर नौ दिन तक चलने वाले इस आयोजन के लिए अखण्ड दीप प्रज्ज्वलित किया। बहुतेरों ने दिन भर का उपवास रखा तो कुछ ने नौ दिन उपवास रखने का संकल्प लिया।

शारदीय नवरात्र के पहले दिन जनपद के सभी देवी मंदिरों पर अत्यधिक भीड़ जुटी। लोगों ने माता रानी का दर्शन कर मन्नतें मांगी। ब्राह्मणी देवी , शंकरी भवानी (शंकरपुर), कपिलेश्वरी भवानी (कपुरी नारायणपुर), मंगला भवानी (कोरण्टाडीह), खरीद की देवी (सिकंदरपुर) आदि मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी रही। नगर स्थित जापलिनगंज दुर्गा मंदिर में मां के दर्शन-पूजन को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और यहां के पुजारी श्रीकांत चौबे लोगों को नवरात्र का महत्व बताते दिखे। लोगों ने प्रात: काल ही घरों की साफ-सफाई के पश्चात विशेष पूजन-अर्चन कर देवी मां की आराधना के लिए कलश स्थापित कर अखण्ड दीप जलाया व दुर्गा सप्तशती का पाठ भी किया। कुछ ने अपने घर में कलश रखा तो कुछ ने बगल के देवी मंदिरों में कलश रखा। बहुतायत भक्तों ने दिन भर का उपवास रखा तो कुछ एक ने नौ दिन व्रत रखने का संकल्प लिया। बता दें कि शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। प्रथम दिन शैलपुत्री की आराधना हुई।

खेजुरी प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय देवी मंदिरों में नवरात्र के पहले दिन भारी भीड़ देखी गयी। लोगों का सुबह से ही आना शुरू हो गया। पकड़ी के भवानी एवं खिला के भवानी के मंदिर में सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा।

रेवती प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के मां पचरूखा देवी व शोभनथही देवी मंदिर के दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की प्रात: से देर रात्रि तक तांता लगा रहा।

सागरपाली प्रतिनिधि के अनुसार लखनऊ-बलिया मार्ग पर स्थित कपिलेश्वरी भवानी मंदिर कपूरी नारायणपुर में देवी दर्शन हेतु भक्तों का रेला लगा रहा।

नगरा प्रतिनिधि के अनुसार शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन क्षेत्र के देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। नगरा बाजार स्थित दुर्गा मंदिर व नरहीं स्थित मां नरहेजी के मंदिर पर महिलाओं व पुरुषों की भीड़ पूरे दिन दर्शन-पूजन करती रही। शक्ति की अधिष्ठात्री देवी मां दुर्गे के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंजता रहा।

सुखपुरा प्रतिनिधि के अनुसार माता के पवित्र मंदिर के समीप ही प्रतिवर्ष जिला पंचायत द्वारा दशहरा पर मेला का आयोजन किया जाता है जिसमें पशुओं का मेला धीरे-धीरे शुरू हो गया है।

गाय की रक्षा देश की रक्षा नारा लगाते निकाला मोटरसाइकिल जुलूस !

बलिया। विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के लिए नगर में विशाल मोटरसाइकिल जुलूस निकाला गया तथा अंत में टाउन हाल के मैदान में एक सभा करके गो रक्षा-ग्राम रक्षा के संकल्प हेतु हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ किया गया।

मोटरसाइकिल जुलूस टाउन हाल मैदान से शुरू होकर जिला चिकित्सालय, रामपुर महावल, चन्द्रशेखर नगर, बहेरी, चित्तू पाण्डेय चौराहा, टीडी कालेज चौराहा, कुंवर सिंह चौराहा, हनुमान मंदिर रामपुर उदयभान, आनंद नगर, तीखमपुर, हरपुर मिड्ढी, काजीपुरा, भृगुआश्रम, कदम चौराहा, बालेश्वर मंदिर होते हुए पुन: टाउन हाल पहुंचा।

जुलूस में शामिल हजारों कार्यकर्ता 'गो हत्या बंद करो, गाय रक्षा देश की रक्षा' गाय की रक्षा कृषि की रक्षा, वंदेमातरम, वंदे गो-मातरम जैसे नारे लगा रहे थे। जुलूस में संघ परिवार के अलावे गायत्री परिवार, आर्य समाज, सिख संगत, आर्ट आफ लिविंग, पतंजलि योगपीठ से जुड़े अनेक कार्यकर्ता भी सम्मिलित थे। जुलूस में शामिल लोगों में सुरजीत सिंह, ब्रजनारायण राय, अरुण मणि, मनोज पाण्डेय, विनोद सिंह, डा.चन्द्रशेखर पाण्डेय, अक्षय ठाकुर, शिव कुमार कौशिकेय, संजय शुक्ल, डा.धर्मेन्द्र सिंह, राम कुमार तिवारी, नकुल चौबे आदि प्रमुख थे।

जुलूस के बाद हुई सभा की अध्यक्षता पूज्य संत रामबालक दास जी ने की। सभा में उपस्थित सभी लोगों ने गो संरक्षण एवं संवर्धन हेतु संकल्प लिया। सभा को मणिराम मिश्र, रमेश राय, रामजी सिंह, गिरीश नारायण चतुर्वेदी आदि ने सम्बोधित किया। सभा का संचालन यात्रा के सह संयोजक रामायण सिंह ने किया।

बैरिया प्रतिनिधि के अनुसार निकटवर्ती खपड़िया बाबा के आश्रम श्रीपालपुर से विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा का शुभारम्भ शनिवार को ब्रह्मचारी उमेशानंद जी व ब्लाक प्रमुख कन्हैया सिंह के नेतृत्व में धार्मिक आयोजनों के साथ किया गया। सर्व प्रथम धार्मिक अनुष्ठान के साथ गो पूजन किया गया। इसके बाद विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा को वहां से रवाना किया गया। इस अवसर पर तहसील प्रचारक राकेश जी, सूर्य विक्रम सिंह, रमाशंकर सिंह, पवन पाठक, राज नारायण सिंह, मनोज सिंह सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।

बताते चलें कि सन् 1952 में भी गो हत्या बंद कराने के लिए खपड़िया बाबा ने राम राज्य परिषद के साथ संसद भवन पर विरोध प्रदर्शन किया था।

गंगा को अन्तर्राष्ट्रीय बाजार बनने से रोकें: रमाशंकर !

बलिया। गंगा मुक्ति एवं प्रदूषण विरोधी अभियान राष्ट्रीय के प्रभारी रमाशंकर तिवारी ने पतित पावनी का प्रदूषण दूर करने के क्रम में प्रधानमंत्री एवं भारत सरकार के उस प्रयास की आलोचना की है जिसमें केन्द्र ने अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक ताकतों से गंगा प्रदूषण में सहभागिता करने का अनुरोध किया गया। श्री तिवारी ने बताया कि विश्व की 30 विदेशी कम्पनियों ने सरकार से गंगा प्रदूषण दूर करने की मंशा जाहिर की है। उक्त आशय की जानकारी अध्यात्मिक चिन्तन संस्थान की बैठक में संस्थान के मिश्र नेवरी स्थित कार्यालय पर अध्यक्षता करते हुए रमाशंकर तिवारी ने दी। कहा प्रधानमंत्री गंगा को अन्तर्राष्टीय बाजार बनने से रोकें। भारत की जनता में इतनी ताकत है कि वह अपनी आराध्य एवं धरोहर मां गंगा की रक्षा खुद कर लेगी। श्री तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि आगामी 5 अक्टूबर को गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की बैठक में कोई ऐसा निर्णय सरकार न ले जिससे सफाई के नाम पर गंगा को ही गिरवी रखना पडे़। उन्होंने कहा कि गंगा मुक्ति एवं प्रदूषण विरोधी अभियान के तहत बक्सर के विश्वमित्र इण्टर कालेज में 22 सितम्बर को चिन्तन बैठकर सरकार के कदमों की समीक्षा की जायेगी। इस अवसर पर डा. जनार्दन राय,श्रीकांत चौबे, शिवदत्त पाण्डेय, डा. बृज बिहारी ओझा, शिवदत्त पाण्डेय सहित दर्जनों बुद्धिजीवियों ने सरकार से गंगा की धार को अविरल करने की मांग की।

Friday, September 18, 2009

शारदीय नवरात्र आज से, देवी आराधना में जुटे भक्त !

बलिया। शारदीय नवरात्र में आदि शक्ति मां की पूजा के लिए भक्तों ने सारी तैयारी पूरी कर ली है। शक्तिपीठों पर भक्तों के दर्शन पूजन के लिए कमेटी के सदस्य साफ-सफाई हेतु जुटे रहे। इधर घरों में देवी मां की पूजा के लिए कलश स्थापना की व्यवस्था में लोग लग गये हैं। शक्तिपीठों पर लगने वाले भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम कर लिया है। शनिवार से शुरू हो रहे नवरात्र में शक्तिपीठ, ब्रह्माणी देवी, मंगलाभवानी, कपिलेश्वरी, शंकरी भवानी के मंदिरों को पूरी तरह से सजाया गया है। मंदिरों के प्रबंध कमेटी तैयारी करने में जुट गये हैं। वहीं घरों में कलश स्थापना के लिए सामानों की खरीदारी में लोग एक दिन पूर्व से जुटे रहे। नगर के जापलिनगंज स्थित मां भगवती के शक्तिपीठ पर पूजा तैयारी की धूम रही। वहीं पूजा से सम्बन्धित सामानों पर महंगाई का असर दिखा। केला 12 रुपये प्रति दर्जन, सेव 70 रुपये, अनार 60 रुपये, संतरा 40 रुपये, सिघाड़ा 80 रुपये, मूंगफली का दाना 60 रुपये, तीना चावल 100 रुपये, पूजा सामग्री नारियल 18 रुपया, चुनरी 120 रुपये, माला 10 रुपये के अलावा अन्य सामनों के दाम भी बढ़े हुए थे। देवी मंदिरों के पास दुकानें पूरी तरह से सज गयी हैं। पुलिस अधीक्षक चन्द्र प्रकाश ने सभी शक्तिपीठों पर फोर्स की तैनाती कर दी है

पितरों को विधि-विधान से किया गया पिण्ड दान !

बलिया। गंगा तट पर हजारों लोगों ने शुक्रवार को तर्पण व पिण्डदान कर अपने पूर्वजों की आत्मा के लिए शांति की प्रार्थना की। लोगों ने पहले मुंडन कराया फिर स्नान कर वैदिक रीति रिवाज से पितरों को भोजन (पिण्डदान) व पानी (तर्पण) दिया। आश्रि्वन मास की अमावस्या के दिन हिन्दू धर्म के अनुयायी अपने पितरों को याद करते हैं इसलिए इसे पितृ अमावस्या भी कहा जाता है। पितृ अमावस्या से 15 दिन पूर्व पितृपक्ष प्रारम्भ हो जाता है। कुछ लोग पूरे 15 दिन अपने पितरों को तर्पण देते हैं और पिता की मृत्यु जिस तिथि को हुई रहती है उस दिन पिण्डदान करते हैं लेकिन बहुतायत लोग अमावस्या के दिन ही अपने पितरों को पिण्डदान करते हैं। पिण्डदान करने के पीछे शास्त्रों में यह तर्क है कि इंसान मृत्यु के पश्चात प्रेतयोनि में भ्रमण करता है इसलिए उनकी शांति के लिए आश्रि्वन मास की अमावस्या के दिन उनको पिण्ड दान दिया जाता है। पिण्डदान करने वाला सबसे पहले अपने नाना, नानी, पिता और माता को पिण्डदान करता है और यह लगातार तीन पीड़ितों तक दिया जाता है। कुछ वर्षो के बाद अपने पितरों के प्रेत योनि से देव योनि में स्थापित करने के लिए गया में पितृ विसर्जन किया जाता है और उसके बाद पितरों को पिण्डदान देने की आवश्यकता नहीं पड़ती। हालांकि लोग गया में पितृ विसर्जन करने के बाद भी वाराणसी के पितरकुण्डा में स्नान पर अपने पितरों को याद करते हैं। पिण्डदान के पश्चात घर में अच्छे-अच्छे व्यंजन बनाकर ब्राह्मण सहित परिजनों को भोजन कराने का भी रिवाज है।

Thursday, September 17, 2009

स्कालरशिप मिली, अध्ययन को इंग्लैण्ड गई स्वाति !

बलिया। एमएससी कम्यूटर सांइस द्विवर्षीय कोर्स हेतु प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर कु. स्वाति दूबे पुत्री उमाशंकर दूबे अध्ययन हेतु इग्लैण्ड के लिये प्रस्थान कर गई। कु. स्वाति दूबे इसके पूर्व जबलपुर (मध्य प्रदेश) से कम्प्यूटर साइंस विषय में बीटेक डिग्री प्रथम श्रेणी प्राप्त कर चुकी थीस्वाति दूबे का 1000 पौंड का स्कालरशिप स्टेफोर्ड शायर विश्व विद्यालय द्वारा स्वीकृत हो चुका हैवह बलिया जिले के हुसेनाबाद ग्राम निवासी बैजनाथ दूबे की पौत्री हैस्वाति के पिता उमाशंकर दूबे जबलपुर के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य पद पर कार्यरत है और माता जी डा. कुमुद दूबे जबलपुर के प्रतिष्ठित संस्थान प्रांतीय शिक्षा महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक पद पर कार्यरत है।

मानव जीवन का मूल दर्शन है हिन्दी भाषा : डा. रामकृष्ण !

बलिया। सम्पूर्ण मानव जाति के जीवन का मूल दर्शन हिन्दी भाषा से ही प्रस्फुटित होता है। हिन्दी भारतीय संस्कृति की प्राण है तथा इस भाषा में सजीवता, ममता तथा उदारता का जो भाव समाहित है इसी विशेषता से आज हिन्दी ने पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बना ली है।

उपर्युक्त उद्गार स्थानीय मथुरा स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रामकृष्ण उपाध्याय ने हिन्दी दिवस पखवारा के तहत विद्यालय में आयोजित गोष्ठी में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण राष्ट्र की अपनी भाषा होती है। राष्ट्र की पहचान भी उसी भाषा, परम्परा, संस्कृति एवं साहित्य से होती है। ऐसे में हमें हिन्दी के प्रति समर्पण का भाव रखने का संकल्प लेना होगा क्यों कि अपने इस मातृभाषा से ही हम राष्ट्र का मस्तक ऊंचा कर सकते है।

डा. रामानुज मिश्रा, डा. उर्मिला सिंह तथा हिन्दी के विभागाध्यक्ष डा. बब्बन राम ने कहा कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है। जिस प्रकार से माता कुमाता नहीं हो सकती इसी प्रकार से हिन्दी भाषा हमारी सदैव और हर कदम पर भाषा के रूप में रक्षा करती है किन्तु हमें इस भाषा के प्रति सेवा, समर्पण तथा प्रचार के भाव को अपना कर राष्ट्र को नई दिशा देने का संकल्प लेना चाहिए। कार्यक्रम का शुभारम्भ छात्र राजेन्द्र सिंह यादव द्वारा प्रस्तुत वन्दना से हुआ। इस मौके पर डा.चन्द्रदत्त दूबे, डा.दशरथ सिंह, डा.रामकुमार सिंह, राधा कृष्ण सिंह, डा. धर्मात्मानन्द आदि उपस्थित रहे।

Wednesday, September 16, 2009

कर्म ही जीवित रखता है व्यक्ति को : राम विचार !

बलिया। कर्म को कोई मिटा नहीं सकता, कर्म ही व्यक्ति को जीवित रखता है। उक्त विचार वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी रामविचार पाण्डेय के है जिन्होंने स्थानीय रेलवे स्टेशन परिसर में वरिष्ठ साहित्यकार, कवि एवं सामाजिक चिंतक स्व.हरिहर ओझा तरुण के लिए आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्व.ओझा की कृतियां सदा अमर रहेगी। उन्होंने समाजवाद के स्थापना के लिए सदैव संघर्ष किया। उनकी लेखनी और उनके द्वारा रचित नाटक युवाओं एवं समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने रहेगे। वहीं जेपी विचार मंच के नेता द्विजेन्द मिश्र ने कहा कि ओझा जी ने समाज के लिए जो संघर्ष, त्याग किया वह किसी से छिपा नहीं है। उनके विचार समाज को नयी दिशा देंगे। भाकपा के नेता श्रीराम चौधरी ने उन्हे सच्चा कम्युनिस्ट और क्रांतिकारी योद्धा कहा। रामराज तिवारी और शुभ्रांशु शेखर पाण्डेय ने उनकी कविताओं को सुनाकर उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सभा को देवनारायण पाण्डेय, राजेंद्र चौधरी, डा.एम इलियास, विजय सिंह, रामकृष्ण यादव सीपीएम, रजनीश राय, नियाज अहमद आदि ने सम्बोधित किया एवं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। अध्यक्षता राम निवास तथा संचालन माले नेता लक्ष्मण यादव ने किया। सभा के अंत में दो मिनट का मौन रखकर उन्हे श्रद्धांजलि दी गयी।

सहज योग मानसिक एकाग्रता बढ़ाने में सहायक : डा. अप्पा !

बलिया। मानसिक एकाग्रता बढ़ाने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान के साथ ही सहज योग का अभ्यास भी बहुत जरूरी है। इससे मानव के आत्मबल में भी अप्रत्याशित रूप से वृद्धि होती है।

यह बातें मेरा भारत स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत गुवाहाटी से बलिया पहुंची रैली के संयुक्त कोआर्डिनेटर डा. अप्पा ने कहीं। वह मेडिकल विंग राजयोग एजूकेशन एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन तथा ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में यहां जिला पंचायत के नरेद्र देव सभागार में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। हरी साग-सब्जियां खाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए फास्ट-फूड का त्याग करना ही होगा। अभियान की कोआर्डिनेटर डा. प्रीती बहन ने कहा कि अपनी जीवन शैली में बदलाव लाकर हम मानसिक, सामाजिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकते है।

आस्ट्रीया सो आये प्रख्ख्यात साइकोथेपीस्ट डा. रैनर बर्च ने राजयोग का अनुभव बताते हुए कहा कि इसके अभ्यास से वह तीन दिन में ही हिप्पी से हैप्पी बन गये। ज्ञान के प्रकाश में जाकर ही हम अपने जीवन को सुखमय बना सकते है। बतौर मुख्य अतिथि सांसद नीरज शेखर ने कहा कि शारीरिक व मानसिक विकास के लिए जरूरी है कि हम सकारात्मक सोच को आत्मसात करे। कार्यक्रम का संचालन पी चन्द्रा ने किया। इस मौके पर डा. प्रीति, डा. अनिल, डा. नीलम, बीके रंजना, बीके कुसुम, बीके निर्मला, बीके सिंह आदि मौजूद रहे। स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र की मुख्य संचालिका बीके उमा ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस टीम ने जनपद के अन्य विद्यालयों में जाकर भी छात्र-छात्राओं व शिक्षकों में स्वास्थ्य के प्रति अलख जगायी। इस अभियान का समापन मुम्बई में होगा।

Monday, September 14, 2009

सरकार के खिलाफ ज्वालामुखी बन गयी है जनता : अम्बिका !

बलिया। समाजवादी पार्टी द्वारा प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध चलाये जा रहे आंदोलन के तीसरे दिन सोमवार को बांसडीह एवं बैरिया विधानसभा क्षेत्रों के हजारों कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री रामगोविंद चौधरी, पूर्व विधायक विक्रम सिंह, जिला महासचिव यशपाल सिंह के नेतृत्व में शामिल होकर सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया।

सभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री व सपा विधान मण्डल दल के मुख्य सचेतक अम्बिका चौधरी ने कहा कि यह उमड़ा जनसैलाब जनविरोधी बसपा सरकार के विरुद्ध ज्वालामुखी बन चुका है जिसके दम पर हम निश्चित रूप से इस सरकार को उखाड़ फेंकने में कामयाब होंगे। इसकी रणनीति की घोषणा आगामी 16 सितम्बर को नेता शिवपाल सिंह यादव की उपस्थिति में की जायेगी।

सांसद नीरज शेखर ने कहा कि इस सरकार के पापों का घड़ा भर चुका है। आपके उत्साह से आज यह स्पष्ट हो गया है कि सपा कार्यकर्ता अब उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं कर सकेंगे। कहा कि हमारी सरकार आने पर उत्पीड़न करने वाले एक-एक पुलिस कर्मियों को इनके किये की सजा दिलायी जायेगी। पूर्व मंत्री रामगोविंद चौधरी ने कहा कि बांसडीह विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न से मेरे अंदर उपजा ज्वालामुखी मेरी नींद हराम कर चुका है, कटान पीड़ितों का दर्द मुझे सालता रहता है। मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि जब तक उत्पीड़नकारी इस सरकार का खात्मा न हो जाय और कार्यकर्ताओं का सम्मान वापस न मिले, चैन की सांस नहीं लूंगा। जिला महासचिव यशपाल सिंह ने उपस्थित जनसैलाब व पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि बांसडीह विधानसभा क्षेत्र लूट का प्रमुख केंद्र बन चुका है।

सभा को प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री शारदानंद अंचल, पूर्व मंत्री नारद राय, विधायक सनातन पाण्डेय, जिलाध्यक्ष मो.रिजवी, जिला पंचायत अध्यक्ष राजमंगल यादव, डा.आफताब, विश्राम यादव, पूर्व विधायक विक्रम सिंह, सुमेर सिंह, नागेंद्र सिंह, शैलेश चौधरी पप्पू, यशबीर सिंह एडवोकेट, शैलेश यादव, वंश बहादुर सिंह, श्याम बहादुर सिंह, सुनील मौर्य, केशव सिंह यादव, शिवजी त्यागी, भरत यादव, शैलेश सिंह, फूलमती चौहान, बब्बन गिरि, अरविंद सिंह सेंगर आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता राज प्रताप यादव व संचालन नीरज सिंह गुड्डू ने किया।

तीन तरफ बिहार से घिरा नौरंगा टापू से कम नहीं !

बलिया। 21वीं सदी में जहां पूरी दुनिया अपने आप को हाईटेक समझने लगी है, कोई कम्प्यूटर शिक्षा से जुड़ रहा है तो कोई विभिन्न तकनीकी शिक्षा को अपना रहा है वहीं दूसरी तरफ बैरिया तहसील क्षेत्र में एक ऐसी ग्राम पंचायत है जहां 'राम के चिरई, राम के खेत, खा ल चिरई भर-भर पेट' वाली कहावत सटीक रूप से चरितार्थ हो रही है। इस ग्राम पंचायत को अम्बेडकर गांव के रूप में चयनित किया जा चुका है और जिला प्रशासन द्वारा इसे विकास से संबंधित बिन्दुओं से संतृप्त भी किया जा चुका है लेकिन केवल कागजों में ही जिसके फलस्वरूप इस गांव में शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, बिजली व पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी लोग आज भी वंचित हैं।

द्वाबा विधान सभा क्षेत्र के गंगा उस पार अम्बेडकर गांव नौरंगा की कहानी किसी टापू के कम नहीं है। यह गांव तीन ओर से बिहार से घिरा हुआ है किन्तु बिहार में भी जाने के लिए ग्रामीणों को 12-15 किलो मीटर तक की दूरी पैदल ही तय करनी पड़ती है और वह भी पगडंडी से होकर। गांव में एक अदद खड़ंजा भी नहीं है। चिकित्सा के नाम पर तो यहां सिर्फ झोला छाप डाक्टर ही कार्यरत है सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं है। बिजली के नाम पर सौर ऊर्जा की व्यवस्था है जरूर लेकिन गरीबों व दलितों के घर में अंधेरा ही कायम रहता है। गांव में 150 इंडिया मार्का हैन्डपम्प हैं किन्तु इनमें से एक सौ से अधिक हैन्डपम्प खराब पड़े है जिनकी मरम्मत के लिए किसी भी स्तर पर कोई प्रयास नहीं हो रहा है। जो ठीक हैं वे भी शुद्ध पानी की जगह आर्सेनिक के रूप में जहर ही उगल रहे है। फिर भी ग्रामीणों की मजबूरी इसी जल को पीना है। ऐसा नहीं है कि प्रशासन ने विकास के लिए यहां धन नहीं भेजा लेकिन पता ही नहीं चल पा रहा कि ये धन आखिर गया कहां और किस मद में खर्च हुआ। विडम्बना यह कि इस बारे में बताने वाला भी कोई नहीं।

नौरंगा गांव के लोगों का कहना है कि राशन कार्ड, इन्दिरा आवास, शौचालय आदि के मामले में बदहाली के तौर पर यह ग्राम पंचायत अव्वल है कारण कि कई गरीब ऐसे है जिन्हे न तो इन्दिरा आवास और न ही लाल कार्ड का लाभ मिला है जबकि बहुत से धनी लोग भी इन्दिरा आवास का धन अपने नाम आवंटित कराए है। कुछ ऐसे मामले भी सामने आयें है जिसने सबको चौंका दिया। पत्‍‌नी के नाम से लाल कार्ड पंचायत की ओर से जारी किए गए है तो जिला प्रशासन की ओर से बंदूक व राइफल का लाइसेंस जारी किया गया है

Sunday, September 13, 2009

सप्तक्रांति के उद्देश्य लोगों तक पहुंचे: डा. सुनीलम् !

बलिया। डा. राम मनोहर लोहिया के जन्म शताब्दी पर निकली सप्तक्रांति विचार यात्रा रविवार को जनपद में पहुंची। इस यात्रा का स्वागत जयप्रकाश नगर एवं चन्द्रशेखर नगर में समाजवादी विचार धारा के लोगों ने बड़े ही उत्साह के साथ किया। बिहार के रास्ते सीमा में प्रवेश करने वाली इस यात्रा को जयप्रकाश नगर में सांसद नीरज शेखर, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी व जिला पंचायत अध्यक्ष राज मंगल यादव ने बड़े ही उत्साह के साथ स्वागत किया। वहां से यह यात्रा लोहिया के विचारों से जनता को अवगत कराते हुए शहर के चन्द्रशेखर नगर झोपड़ी पर पहुंची। यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए यात्रा के नेतृत्वकत्र्ता डा. सुनीलम् ने कहा कि लोहिया की सप्तक्रांति के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य उच्च व उच्चतम न्यायालय से अंग्रेजी की अनिवार्यता को समाप्त करना एवं क्षेत्रीय भाषा का प्रयोग करना है। कहा लोहिया के उद्देश्य थे कि अमीर व गरीब के बीच की असमानता खत्म की जाय, नर-नारी के बीच भेद समाप्त किया जाय, हर स्तर पर शस्त्रों के निर्माण और उपयोग पर रोक लगायी जाय। इन्हीं कुल चौदह मुद्दे को इस यात्रा में रखा गया है। बताया कि यह यात्रा मुम्बई से निकल कर 21 राज्यों का भ्रमण करते हुए बलिया की क्रांतिकारी धरती पर पहुंची है। इसका मुख्य उद्देश्य समाजवाद का झण्डा बुलंद करने व समतामूलक समाज का निर्माण करना हैइस मौके पर समाजवादी पार्टी के सचिव शैलेश चौधरी पप्पू, केशव, बंशीधर यादव, रघुपति आदि उपस्थित रहे

सप्तक्रांति विचार यात्रा का बैरिया पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस यात्रा की अगुवाई कर रहे सांसद नीरज शेखर, पूर्व मंत्री विधायक अम्बिका चौधरी, राम गोविंद चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष राज मंगल यादव, नृपेन्द्र मिश्र बागी, निर्भय सिंह गहलौत, राजप्रताप यादव, उत्तम पांडेय व भरत यादव ने मैनेजर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। क्रांति यात्रा में शामिल नेताओं व कार्यकर्ताओं का बैरिया में स्व. मैनेजर सिंह के पुत्र नागेन्द्र सिंह, पूर्व प्रधान सिंह व अरविंद सिंह सेंगर ने स्वागत किया।

लोहिया के विचारों पर चलने से नहीं होती देश की दुर्दशा : डा. संतोषम्

जयप्रकाश नगर : डा. लोहिया के विचारों को आत्मसात कर राजतंत्र प्रणाली बनाई गई होती तो आज देश की यह दुर्दशा नहीं होती। रंगभेद की वर्तमान राजनीतिक धारा राष्ट्र को खाई की ओर ले जा रही है जिसे हमें तुरन्त रोकना होगा। सप्तक्रांति विचार यात्रा का मुख्य उद्देश्य यही है कि अगर समय से पहले हम उठ खड़े नहीं हुये तो शेष की गणना करने के लिए हमारे पास अपना इतिहास भी नहीं होगा।

उक्त उद्गार डा. संतोषम के हैं, जो अपनी यात्रा के दौरान 'अंधेरे के तीन प्रकाश गांधी, लोहिया जयप्रकाश' के गगनभेदी नारों के साथ जयप्रकाश नारायण स्मारक में रविवार को पधारे। उन्होंने जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उपस्थित लोगों में अपनी बात रखी। डा. संतोषम ने कहा कि डा. लोहिया, जयप्रकाश और महात्मा गांधी के विचार एक दूसरे के पूरक हैं और बगैर इन विचारों को शामिल किये स्वतंत्रता के उद्देश्यों को कभी प्राप्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि आज भी देश के 80 प्रतिशत लोग समाजवादी विचारधारा से जुड़े हैं अथवा ऐसे महापुरुषों के विचारों से कहीं न कहीं जरूर प्रभावित हैं। सभा को सांसद नीरज शेखर, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी आदि ने संबोधित किया।

आंगनबाड़ी कार्यक‌िर्त्रयों को मिले राज्य कर्मचारी का दर्जा !

बलिया। हिन्द मजदूर किसान पंचायत के प्रदेश अध्यक्ष गिरीश कुमार पाण्डेय ने आंगनबाड़ी कार्यक‌िर्त्रयों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिये जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह बेहद अफसोसनाक है कि अथक परिश्रम के बाद भी इन्हे आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जरूरत इन्हे प्रोत्साहन देने की है तभी सामाजिक परिवेश में बदलाव आ सकता है।

श्री पाण्डेय रविवार को यहां सतीश चन्द्र कालेज के मनोरंजन हाल में आयोजित महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक तरफ इन कार्यक‌िर्त्रयों पर लोगों में जागरूकता पैदा करने का बोझ तो दूसरी ओर इनकी हालत मजदूरों से भी बदतर है। इस स्थिति में तत्काल बदलाव लाने की जरूरत है।

विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने संबोधन में विधायक द्वय घूरा राम व भगवान पाठक ने आश्वस्त किया कि आंगनबाड़ी कार्यक‌िर्त्रयों को उनका हक दिलाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जायेगी। अपने अध्यक्षीय संबोधन में संगठन की जिलाध्यक्ष बसंती मिश्रा ने इस मौके पर कार्यक‌िर्त्रयों की समस्याओं को विस्तार से रखा।

वक्ताओं में कांग्रेस नेता नागेंद्र पाण्डेय, रामराज तिवारी, वेद प्रकाश पाण्डेय, संजय पाण्डेय, बीबी सिंह आदि शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन अतुल तिवारी ने किया। संगठन के संरक्षक अनिल कुमार पाण्डेय ने उपस्थित विशिष्ट जनों व दूर-दराज से आयी कार्यक‌िर्त्रयों के प्रति आभार व्यक्त किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का शुभारम्भ किया। संरक्षक अनिल कुमार पाण्डेय ने मुख्य अतिथि समेत अन्य विशिष्ट जनों को स्मृति चिह्न प्रदान किया। इस मौके पर जिलाधिकारी के माध्यम से नौ सूत्रीय मांग पत्र शासन को प्रेषित किया गया।

Friday, September 11, 2009

जमाना गवाह, वही हुआ जो तरुणाई ने चाहा: योगी आदित्य नाथ !

बलिया। गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी व गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तरुणाई ने जब भी करवट ली है देश की दशा व दिशा तय हुई है। हिन्दू समाज की रक्षा और भारतीयता को बचाने के लिए आज फिर युवाओं को अपना सशक्त योगदान देना होगा

श्री योगी शुक्रवार को टाउन हाल के सभागार में आयोजित हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। कहा कि देश की सीमाएं खतरे में हैं। ऐसे में अगर हिन्दुस्तान का अस्तित्व बचाना है तो प्रखर राष्ट्रवाद की मुख्य धारा से सबको जुड़ना होगा। इस दौरान उन्होंने सभी सेकुलर दलों को हिन्दू विरोधी बताया। कहा यह वोट बैंक की राजनीति की ही परिणति है जो आज इस्लामिक आतंकवाद और चर्च के नाम पर पूरा देश जल रहा है। एक तरफ आतंकवाद के जरिये देश में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश तो दूसरी ओर सेकुलर दलों की साजिश कि हिन्दुओं को कैसे तोड़ा जाय। ऐसे में इनसे निबटने के लिए युवाओं को दोतरफा लड़ाई लड़नी होगी। सांसद आदित्यनाथ ने कहा कि अगर राष्ट्र चाहिए तो हिन्दुओं को अब जगना ही होगा। साथ ही संगठित होकर हिन्दू राष्ट्रवाद की प्रखर मुख्य धारा के लिए संघर्ष करना होगा।

विश्व के पैमाने पर हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर कहा कि नेपाल में पुजारियों की हत्या, चीन द्वारा बार-बार घुसपैठ करने का दु:साहस और पाकिस्तान की साजिश इस बात का स्पष्ट संकेत दे रही है कि वर्तमान में राष्ट्र और हिन्दू दोनों सुरक्षित नहीं हैं। मणिपुर, नागालैण्ड और अरुणांचल में हिन्दुओं का धर्म जबरन परिवर्तित कर दिया गया। अब उनका अगला निशाना यूपी ही है। इसलिए यहां के हिन्दुओं को अत्यन्त सतर्क रहने की आवश्यकता है।

सम्मेलन को मुख्य रूप से पूर्व एमएलसी सुदामा सिंह, प्रदेश मंत्री राम लक्ष्मण, प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद सिंह, विष्णुदत्त ओझा, भिखारी प्रजापति आदि ने सम्बोधित किया। स्वागत भाषण योगी के प्रतिनिधि पंकज सिंह ने किया। इससे पूर्व योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन की शुरूआत की। इस अवसर पर प्रिंस सिंह, भोला बघेल, सुरजीत सिंह, मधुकर जी, शैलेन्द्र शैलू, गोरख, रामेश गुप्ता, अजीत सहित आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। अध्यक्षता हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष अरुण सिंह बन्टू ने की तथा संचालन अरुण मणि ने किया

जिन्ना को महिमा मंडित करने वाले कतई बर्दाश्त नहीं

बलिया: गोरखपुर के सांसद एवं गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी योगी आदित्य नाथ ने कहा कि जिन्ना को महिमा मंडित करने वालों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कारण कि वह देश के विभाजन का दोषी हैं और उन्हीं के चलते दस लाख हिन्दुओं की हत्या हुई थी। श्री योगी टाउन हाल में कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद प्रेस प्रतिनिधियों से मुखातिब थे। कहा कि हिन्दू की प्रखर राष्ट्रवादी धारा ही भाजपा व भारत को बचा सकती है। भाजपा को अपनी विचार धारा स्पष्ट कर देना चाहिए। खुद को एक हिन्दू कार्यकर्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रवादी मिशन पर निकला हूं। उलेमा के सवाल पर कहा कि यह राष्ट्रविरोधी ताकते हैं जो कुछ समय के लिए आती हैं फिर नष्ट हो जाती हैं। इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। भाजपा के अंदर चल रहे विवाद पर सांसद ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया

Thursday, September 10, 2009

निरीक्षण के दौरान एबीएसए ने पकड़ीं खामियां !

बलिया। पहले से ही बेपटरी हुई नगरा क्षेत्र की प्राथमिक शिक्षा अब आन्दोलनों की भेंट चढ़ने लगी है। आन्दोलन के कारण आये दिनों स्कूलों में छुट्िटयां कर दी जा रही हैं। गत माह प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह व बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के बीच हुयी मारपीट की घटना के दौरान हुए आन्दोलन में कई दिनों तक प्राथमिक स्कूल बंद रहे। अब ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों के आंदोलन में शरीक होने के चलते गुरुवार को अधिकतर प्राथमिक विद्यालय बंद हो गये। हालांकि शिक्षक संघ के आह्वान के बाद भी आधे प्राथमिक स्कूल खुले रहे। गुरुवार को स्थिति यह रही कि बच्चे विद्यालय पर पहुंचे किन्तु बंद होने के कारण घर की राह पकड़ लिये। अभिभावक भी शिक्षकों को कोसते रहे। अभिभावकों का कहना था कि रोज-रोज बंदी के चलते ही प्राइमरी स्कूल के बच्चे बीच में ही स्कूल छोड़कर प्राइवेट स्कूलों में चले जा रहे हैं। एक तरफ जहां प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिये गये थे वहीं दूसरी तरफ सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी रविशंकर यादव ने करीब आधा दर्जन परिषदीय प्राथमिक व मान्यता प्राप्त प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर तमाम खामियां पकड़ीं। एबीएसए ने 'जागरण' को बताया कि 7:50 बजे प्राथमिक विद्यालय परशुरामपुर पर जाने के बाद सहायक अध्यापक जयराम सिंह व राजीव शुक्ल उपस्थित हुए। पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर परशुरामपुर में राम अवधराम अनुपस्थित पाये गये जबकि बीर बहादुर राम, दीनानाथ यादव व जमीला खातून करीब 8 बजे विद्यालय पर पहुंचीं। अम्बेडकर अनुसूचित प्राथमिक विद्यालयताड़ी बड़ागांव में प्रधानाध्यापक लालवचन राम दो दिन से लगातार अनुपस्थित चल रहे थे। सहायक अध्यापक राम अवतार, विनोद अनुपस्थित पाये गये। एमडीएम बन रहा था। प्राथमिक विद्यालय वीर चन्द्रहा के प्रधानाध्यापक से पूछने पर न्यूनतम शैक्षिक दक्षता की जानकारी नहीं थी। एबीएसए ने बताया कि दोषी शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट दे दी गयी है।

शिक्षा व्यक्तित्व विकास का सशक्त माध्यम !

बलिया। शिक्षा व्यक्ति के व्यक्ति्व के विकास का सशक्त माध्यम है। इसलिए दुनिया के विकसित देशों में सबसे ज्यादा महत्व शिक्षा को दिया जाता है। शिक्षा और विकास एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उक्त उद्गार जन शिक्षण संस्थान बलिया के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में सतीश चन्द्र कालेज शिक्षा विभाग के रीडर डा. देवेन्द्र सिंह ने व्यक्त किया। संगोष्ठी के अध्यक्ष जिला साक्षरता समिति के समन्वयक अतुल तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। जनशिक्षण संस्थान के निदेशक ब्रह्मराम सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। नेहरू युवा केन्द्र के लेखाकार ओम प्रकाश मिश्र ने अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का इतिहास बताया। श्री मुरली मनोहर टाउन डिग्री कालेज के रीडर डा. ओमकार सिंह ने शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि लिखना, पढ़ना बोलना एवं समझना किसी भाषा के अवयव होते हैं। इनमें लिखना ही ऐसी विधा है जो अनन्त काल तक विचारों एवं ज्ञान के भण्डार को सुरक्षित रख सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अतुला तिवारी ने बलिया जनपद के युवाओं का साक्षरता में बढ़ चढ़कर भागीदारी करने के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विवेक कुमार शर्मा, कृषभान यादव, डा. शशि ओझा, डा. श्याम सुन्दर ने विचार व्यक्त किये।

निरक्षरता मिटाने हेतु मिलजुल कर करे प्रयास

सिकंदरपुर : बीआरसी नवानगर के प्रशिक्षण हाल में साक्षरता दिवस ससमारोह मनाया गया। समारोह को मुख्य अतिथि के पद से अपने सम्बोधन में बीआरसी समन्वयक जहीर आलम अंसारी निरक्षरता रूपी अंधकार को मिटाने हेतु मिलजुल कर प्रयास करने पर बल दिया। साक्षरता कर्मियों को आह्वान किया कि वह अभियान को सफल बनाने हेतु संकल्पित हो अपने दायित्वों का निर्वहन करे। साक्षरता प्रभारी नवानगर डा. बालकृष्ण यादव ने कहा कि निरक्षर व्यक्ति को साक्षरता बनाना एक पुण्य का काम है। बलिया जनपद में महिलाओं की साक्षरता मात्र 43.92 प्रतिशत होने पर चिंता व्यक्त किया। मोहनकांत राय, राजकिशोर यादव, श्रीमती किरन तिवारी आदि ने भी विचार रखा। संचालन राजकिशोर ने किया।

भ्रूण हत्या व लिंग परीक्षण करने वालों की खैर नहीं !

बलिया। भ्रूण हत्या व लिंग परीक्षण करने वाले तथा इसे बढ़ावा देने वालों की अब खैर नहीं। गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम 1994 के अंतर्गत स्थानीय विकास भवन में जिलाधिकारी/ समुचित प्राधिकारी सेंथिल पाण्डियन सी ने आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए भू्रण हत्या रोकने व लिंग चयन को हतोत्साहित करने के लिए जन जागरण करने की आवश्यकता जतायी और कहा कि पंजीकृत चिकित्सक के परामर्श पर ही अल्ट्रासाउण्ड किया जाय। पंजीकृत चिकित्सक भी अधिनियम के अंतर्गत निर्धारित प्रारूप पर ही अल्ट्रासाउण्ड जांच के लिए निर्दिष्ट करे। यदि किसी प्रकार से भ्रूण/ लिंग परीक्षण में कोई चिकित्सक अथवा अल्ट्रासाउण्ड सेण्टर अवैध रूप से संलिप्त पाया जाये तो सम्बंधित का लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही के साथ-साथ प्राथमिकी भी दर्ज करायी जाय

जिलाधिकारी ने चिकित्सकों से भू्रण/ लिंग परीक्षण जैसे कुकृत्य को रोकने के लिए सहयोग करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि नैतिक रूप से चिकित्सक अल्ट्रासाउण्ड के लिए केस रेफर करते वक्त वस्तु स्थिति की जानकारी कर ही अल्ट्रासाउण्ड के लिए परामर्श दें। कहा बिना पंजीकरण वाले अल्ट्रासाउण्ड सेण्टर की जांच के लिए टीम बनाकर छापा मारें।

बैठक में डा.आरबी सिंह, डा.योगमाया त्रिपाठी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एसएन सिंह, डा.बीकेडी त्रिपाठी, डा.एके पाण्डेय, डा.एसके गुप्ता, डा.रेनू तिवारी, जयप्रकाश उपाध्याय, भगवान सिंह, नलिनेश कुमार सहित अन्य सम्बंधित जन उपस्थित रहे।

विकास कार्य में प्रधान पर लाखों के गबन का आरोप !

बलिया। क्षेत्र के बहोरवां खुर्द ग्राम में विकास के नाम पर प्रधान द्वारा लाखों रुपये का गबन करने की शिकायत पर प्रशासनिक अधिकारियों का एक दल बुधवार को गांव में पहुंचा। इस दौरान पूर्व सूचना के बावजूद गांव के प्रधान व सचिव गायब रहे।

अधिकारियों की टीम ने जांच के तुरंत बाद गांव में विकास कार्यो में घोर अनियमितता की बात स्वीकारी एवं जल्द ही अंतिम रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजने की बात कही।

ज्ञात हो कि उक्त गांव निवासी जशुराम कुमार द्वारा गांव के प्रधान व सचिव की मिलीभगत से वर्षो से किये जा रहे सरकारी धन के दुरुपयोग की जांच की मांग की गयी थी जिसे गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर बुधवार को जेई (आरईएस) जयशंकर त्रिपाठी एवं एडीओ (एजी) रामानंद राम उक्त गांव पहुंचे। अधिकारियों द्वारा उक्त तिथि को जांच किये जाने संबंधित पूर्व में मिली सूचना के कारण पूरे गांव में ही सुबह से ही विशेष हलचल थी। ठीक साढ़े 11 बजे के आस-पास गांव में पहुंची अधिकारियों की टीम के समक्ष शिकायतकर्ता ने बताया कि प्रधान द्वारा गांव के 50 परिवारों के नाम से सुलभ शौचालय निर्माण के नाम पर लगभग 75 हजार का आहरण किया गया। इसके बावजूद एक भी शौचालय का निर्माण नहीं किया गया है। इस पर अधिकांश गांव के लोगों ने भी अपनी सहमति जतायी। वहीं पिछले आठ वर्ष के अंतराल में विभिन्न मदों से निकालकर कुल पांच लाख 83 हजार 493 रुपया सिर्फ भवन के निर्माण पर खर्च किया गया है। इसके बावजूद भवन में खिड़की, दरवाजा तो दूर एक अदद छत तक का निर्माण नहीं हो सका है। हैण्डपम्प व खड़ंजा निर्माण में भी अनियमितता की शिकायत मिली जिसकी अधिकारियों ने गंभीरता से जांच की।

विकास कार्यो में हुई है अनियमितता: जेई

बिल्थरारोड : क्षेत्र के बहोरवां खुर्द में विकास कार्य में घोर वित्तीय अनियमितता की शिकायत पर जांच के लिए पहुंचे जेई (आरईएस) जयशंकर त्रिपाठी ने 'जागरण' को बताया कि जांच के दौरान प्रथम दृष्टया विकास कार्य में अनियमितता पायी गयी है जिसकी सघन जांच के तहत विभागीय वित्तीय अभिलेखों की जांच की जा रही है। इसके बाद ही वित्तीय अनियमितता की धनराशि का अंदाजा लगाया जा सकता है।

Tuesday, September 8, 2009

हक के लिए जीने मरने की तर्ज पर भिडें़ : अम्बिका !

फेफना/सिहांचवर (बलिया),निप्र। सपा कार्यालय फेफना में क्षेत्र के सेक्टर प्रभारियों एवं कार्यकर्ताओं की हुई बैठक में वर्तमान सरकार के गलत कार्यो के खिलाफ 11 सितम्बर को होने वाले फेफना विधान सभा के कार्यकर्ताओं की जेल भरो आन्दोलन के लिए रणनीति बनायी गयी। बैठक में कार्यकर्ताओं से आन्दोलन को सफल बनाने हेतु अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया गया। अपने सम्बोधन में क्षेत्रीय विधायक अम्बिका चौधरी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि जीना है तो मरना सीखो, अपने हक के लिए लड़ना सीखो। सूबे की वर्तमान सरकार को जनहित के कार्यो से कोई लेना देना नहीं है। प्रदेश में चारों तरफ लूट हत्या, अपहरण भय का आतंक है लेकिन यह सरकार पत्थरों की मूर्तियों पर करोड़ों रुपया पानी की तरह बहा रही है। कहा कि प्रदेश एवं जिले की लाज को बचाने के लिए तथा पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न रोकने के लिए समाजवादियों की भूमिका बढ़ जाती है इसलिए आपको संघर्ष करना ही होगा और इसके लिए अधिकाधिक संख्या में आंदोलन में सहभागिता निभानी होगी। बैठक के मुख्य अतिथि सपा जिलाध्यक्ष मु. रिजवी ने कहा कि फेफना के सपा कार्यकर्ताओं का हमेशा से अपना एक इतिहास रहा है इसको कायम रखते हुए इस वर्तमान गूंगी बहरी सरकार के खिलाफ आंदोलन में अपना पुराना तेवर कायम रखना होगा। बैठक को जिला सचिव शैलेश चौधरी पप्पू, रामजन्म यादव, वंशीधर यादव, बृजकुमार सिंह, प्रभुदयाल निषाद, बव्वन यादव, राजनाथ यादव, राजेश यादव सहित दर्जनों लोगों ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता विधान सभा क्षेत्र फेफना के अध्यक्ष उमाशंकर चौधरी व संचालन शमीम अंसारी भोला ने किया।

जिला स्काउट संगठन कमिश्नर बने अभिजीत !

बलिया। प्रांतीय संगठन के निर्देश पर उत्तर प्रदेश भारत स्काउट-गाइड के जिला मुख्यायुक्त गोरखनाथ राय द्वारा जनपद के बड़सरी साहोडीह निवासी अभिजीत तिवारी को स्काउट का जिला संगठन कमिश्नर नियुक्त किया गया है। इन्हे यह जिम्मेदारी स्काउट-गाइड आंदोलन के उत्तरोत्तर विकास के लिए सौंपी गयी है।

बता दें कि अभिजीत उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत रणजीत तिवारी के ज्येष्ठ पुत्र है जिन्होंने वर्ष 2002 में एक रोवर के रूप में राष्ट्रपति पुरस्कार हासिल किया था। यह पुरस्कार इनके साथ दयाशंकर राय तथा रेजर्स में शशि सिंह, रश्मि तिवारी व अनुराग सिंह को भी मिला था। स्काउट-गाइड आंदोलन के विकास में इनके योगदान को कतई भुलाया नहीं जा सकता। अभिजीत ने इसके पूर्व वर्ष 2001 में कुंवर सिंह महाविद्यालय से 90 यूपी बटालियन एनसीसी के सीनियर अण्डर अफसर के रूप में एनसीसी का 'सी' सर्टिफिकेट 'बी' ग्रेड में पास किया था। जनपद के विभिन्न कालेजों में इन्होंने स्काउट-गाइड के ट्रेनिंग काउन्सलर के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूबी किया। संस्था के जिला स्काउट कमिश्नर जगन्नाथ राय, गाइड जिला कमिश्नर उर्मिला तिवारी, सचिव ब्रज नाथ मिश्र, कोषाध्यक्ष विवेक पाण्डेय आदि ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

राजस्व निरीक्षक के विरोध में निर्णायक संघर्ष का एलान !

बैरिया (बलिया)। स्थानीय तहसील में अधिवक्ताओं का क्रमिक अनशन मंगलवार को भी जारी रहा। अधिवक्ता राजकिशोर श्रीवास्तव को राजस्व निरीक्षण व अन्य द्वारा मारने-पीटने की घटना के बाद बैरिया पुलिस ने तहसील के सभी 82 अधिवक्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया है। राजस्व निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के विरोध में मंगलवार को दूसरे दिन भी अधिवक्ताओं का क्रमिक अनशन वरिष्ठ अधिवक्ता कृष्णा नन्द सिंह के नेतृत्व में आयोजित हुआ जिसमें रामनिवास सिंह, अशोक वर्मा, विनय पाण्डेय, ओम प्रकाश सिंह, श्याम बिहारी उपाध्याय, कृष्ण गुप्त, पुरुषोत्तम पाण्डेय, देवेन्द्र मिश्रा, विनय सिंह, ददन यादव आदि ने सहभागिता की। अधिवक्ताओं ने जिला प्रशासन को चेताया कि यदि शनिवार तक उनकी मांगें नहीं मानी गयीं तो सोमवार को सभी अधिवक्ता बेमियादी अनशन पर बैठेंगे। इसी बीच मंगलवार की देर शाम जिलाधिकारी सेंथिल पाण्डियन सी के निर्देश पर अपर जिला अधिकारी एके द्विवेदी ने बैरिया पहुंचकर अनशन पर बैठे अधिवक्ताओं से वार्तालाप की और अधिवक्ताओं से अनशन समाप्त करने का आग्रह किया। किन्तु अधिवक्ताओं ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि जब तक राजस्व निरीक्षक को निलम्बित कर उसे गिरफ्तार नहीं किया जाता और अधिवक्ताओं के ऊपर से फर्जी मामले समाप्त नहीं किये जाते, आंदोलन जारी रहेगा। दूसरी ओर तहसील के सभी न्यायालयों में न्यायिक कार्य ठप होने से वादकारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उधर गड़हा विकास के संयोजक सुरेन्द्र सिंह, कांग्रेस के वीके सिंह, रामाधार पाण्डेय, सपा नेता नागेन्द्र सिंह अधिवक्ताओं के समर्थन में उनके साथ अनशन पर बैठे और आंदोलन में सहयोग किया।

Sunday, September 6, 2009

सभी पात्र व्यक्तियों को मिलेगा योजनाओं का लाभ : विधायक !

रेवती (बलिया)। कार्यकर्ता किसी भी पार्टी की नींव व आधारभूत स्तम्भ होता है। कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर कोई भी पार्टी जनता का विश्वास तथा मत नहीं प्राप्त कर सकती है

उक्त उद्गार क्षेत्रीय विधायक शिवशंकर चौहान ने स्थानीय बड़ी बाजार प्राथमिक विद्यालय पर आयोजित एक कार्यकर्ता बैठक में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आपने एक गरीब के बेटे को विधायक चुना है अत: मैं भी आपके विश्वास व सम्मान को कभी ठेस नहीं पहुंचने दूंगा। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत में बीपीएल व अन्त्योदय कार्डो में बरती गयी अनियमितता के लिए जिलाधिकारी द्वारा जांच टीम गठित कर दी गयी है। कोई भी पात्र व्यक्ति राशन कार्ड से वंचित नहीं रहेगा। उन्होंने सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि कक्षा ग्यारह में प्रवेश लेने वाली बालिकाओं को 15000 नकदी व साइकिल, बच्ची के जन्म पर उनका बीमा कराना, दैवीय आपदा से मौत पर मृतक के परिजनों को एक लाख की आर्थिक सहायता, घाघरा के बाढ़ व कटान से प्रभावित होने वाले लोगों को तात्कालिक सहायता के रूप में 4000-4000 रुपये की अहेतुक व घरभसी का चेक, विधानसभा क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सम्पर्क मार्गो की मरम्मत, चांदपुर व रेवती से बलिया के लिए रोडवेज बस का परिचालन विकास का द्योतक है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि सरकार के विकास कार्यो के प्रचार व प्रचार के साथ हो रहे कार्यो पर नजर रखे। बैठक को बैजनाथ पाण्डेय, सुभाष पासवान, सुरेन्द्र चौहान, डा. हरेराम यादव, राजेश पाण्डेय उर्फ टुनटुन पाण्डेय आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता शिवशंकर पाल व संचालन हरिशंकर पाण्डेय ने किया

पूर्वाचल में खो-खो को मिली संजीवनी !

बलिया। चन्द्रशेखर ट्राफी के लिए खेली गयी 43 वीं सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप अनेकता में एकता का संदेश देते हुए पुरस्कार वितरण समारोह के साथ ही सम्पन्न जरूर हो गयी लेकिन बलिया समेत पूरे पूर्वाचल में इस खेल के उत्थान का मार्ग भी प्रशस्त कर गयी। इससे खो-खो के प्रति जन जागरूकता को भी बढ़ावा मिला। कहना गलत न होगा कि इस चैम्पियनशिप के आयोजन से पूर्व यहां के अधिकतर लोग खो-खो के बारे में बहुत कम ही जानते थे लेकिन जैसे-जैसे यह आयोजन अपने शबाब पर पहुंचता गया, लोगों में इसके प्रति रुझान भी बढ़ता गया। यह सच है कि खिताबी मुकाबला प्रकृति की भेंट चढ़ गया लेकिन उसके पूर्व के मैचों में देश के कोने-कोने से आयी टीमों ने जिस तरह अपना जलवा बिखेरा वह काबिल-ए-गौर रहा। आने वाले समय में अगर बलिया में खो-खो के खिलाड़ियों का ग्राफ बढ़ेगा तो उसके मूल में भारतीय खो-खो फेडरेशन की घोषणाएं भी अहम भूमिका निभाएंगी।

विशेषज्ञ बताते है कि क्रिकेट की चकाचौंध में अधिकतर खेल अपना अस्तित्व बचाने के लिए आज भी संघर्षरत है। इनमें खो-खो भी एक है। आज उन लोगों की संख्या अधिक है जो अपने बच्चों को एक क्रिकेटर के रूप में देखना ज्यादा पसंद करते है लेकिन यहां वीर लोरिक स्टेडियम में सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप के भव्य आयोजन के बाद परिस्थितियां अब कुछ बदली-बदली सी नजर आने लगी है। अभिभावकों का बढ़ा रुझान यह संकेत दे रहा है कि बलिया समेत पूरे पूर्वाचल में खो-खो अपना प्रभुत्व बहुत जल्द स्थापित कर लेगा।

दूसरी ओर इस खेल से यहां के खिलाड़ियों को भी बहुत कुछ सीखने को मिला। महिलाओं में पाण्डिचेरी, केरल व महाराष्ट्र की टीमों ने जहां अपनी तेजी से लोगों का दिल जीता वहीं पुरुषों में कर्नाटक व रेलवे की टीम ने यह संदेश दिया कि खिलाड़ियों के लिए जोश के साथ होश भी विशेष मायने रखता है। खो-खो खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ कर रेल महकमे ने इनका जीवन जिस तरह संवारने का सराहनीय प्रयास किया है उसे देखते हुए कयास यही लगाये जा रहे है कि अब संबंधित खिलाड़ियों को बेरोजगारी से अधिक समय तक नहीं जूझना पड़ेगा।

दूसरी ओर इस चैम्पियनशिप के परिप्रेक्ष्य में जिला स्तर पर आयोजन समिति को कितना सहयोग मिला यह तो इससे जुड़े लोग ही बता सकेंगे लेकिन इतना जरूर है कि मौके पर यहां के जनप्रतिनिधि खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए मौजूद होते तो इसकी भव्यता का नजारा शायद कुछ और ही होता। आवश्यकता बीते पल से सीख लेते हुए अपनी मनोदशा में बदलाव लाने की है ताकि बागी बलिया का गौरव कलंकित न होने पाये।

यूपी की महिला टीम को चौथी रैक

बलिया: 43 वीं सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप में यूपी की महिला टीम भले ही सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी लेकिन अपनी रैक में उसने सुधार जरूर कर लिया। वर्ष 2006 में हुई सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में यह टीम नवें स्थान पर रही लेकिन गत पांच सितम्बर को सम्पन्न हुए खो-खो के महा कुम्भ में उसने अपनी रैक में अप्रत्याशित सुधार करते हुए खुद को चौथे स्थान पर ला खड़ा किया। बता दें कि इस टीम में आधा दर्जन खिलाड़ी बलिया की थीं।

खेल में खेल करने वालों को सिखायें सबक: अयोध्या पाल !

बलिया। प्रदेश के खेलकूद एवं युवा कल्याण मंत्री अयोध्या पाल ने कहा कि खेल ही जीवन है। ऐसे में इसके साथ 'खेल' करने वालों को सबक सिखाना समय की मांग बन गयी है। पहल आम जनता को करनी होगी

श्री पाल शनिवार को यहां वीर लोरिक स्टेडियम में चन्द्रशेखर ट्राफी के लिए खेली गयी 43 वीं सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि महापुरुषों के आदर्शो को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने पुरुष व महिला वर्ग की संयुक्त विजेता टीमों को चमचमाती चन्द्रशेखर ट्राफी प्रदान की। आयोजन समिति के अध्यक्ष एसबीएन तिवारी व सचिव विनोद कुमार सिंह ने इस मौके पर मुख्य अतिथि समेत बसपा लखनऊ रीजन के कोआर्डिनेटर छट्ठूं राम व भारतीय खो-खो फेडरेशन के चेयरमैन राजीव मेहता को स्मृति चिह्न प्रदान किया। संचालन जम्मू-कश्मीर की खो-खो टीम के कोच सरदार भूपेंद्र सिंह तीर्थी ने किया। फेडरेशन के चेयरमैन राजीव मेहता ने अतिथियों का स्वागत किया जबकि आभार महासचिव सुरेश शर्मा ने व्यक्त किये।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री राजधारी, वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद कुमार उपाध्याय, ममता सिंह, एचएन पाल, आरडी सिंह, बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेद्र राम, यूपी महिला खो-खो टीम की मैनेजर ऋतु पाठक, उत्तर प्रदेश खो-खो एसोसिएशन तदर्थ समिति के कोआर्डिनेटर धीरेद्र वर्मा, जिला ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष परशुराम सिंह, रविशंकर शर्मा, कुश्ती संघ के अध्यक्ष कविलास सिंह, एथलेटिक्स कोच देवी प्रसाद, आयोजन समिति के कोआर्डिनेटर अरविन्द सिंह, मो. जावेद अख्तर, पंकज सिंह, नीरज राय, प्रदीप, मनोज शर्मा, अमल कुंवर, जनार्दन सिंह आदि मौजूद रहे।

बलिया में भी बनेगा सिंथेटिक कोर्ट

बलिया: जनपद में भी सिंथेटिक कोर्ट बनाया जायेगा। निर्माण कार्य की शुरूआत बहुत जल्द होगी। खेलकूद एवं युवा कल्याण मंत्री अयोध्या पाल ने नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप के समापन अवसर पर यह जानकारी दी। साथ ही खेल विभाग को निर्देश दिया कि ग्राउण्ड का समतलीकरण शीघ्र कर लिया जाय। उन्होंने बताया कि सिंथेटिक कोर्ट बनाने की कवायद में पहले चरण में उत्तर प्रदेश के सात जनपदों को चयनित किया गया है। इसके बाद दूसरे चरण में बलिया समेत सूबे के पन्द्रह जनपदों में इसका निर्माण कराया जायेगा। वीर लोरिक स्टेडियम में संसाधन बढ़ाये जाने की जानकारी देते हुए खेल मंत्री ने इस सम्बन्ध में विभाग से जुडे़ लोगों को भी आवश्यक निर्देश दिये।

फेडरेशन के महासचिव ने पढ़ाया अनुशासन का पाठ

बलिया: जीवन में अनुशासन का कितना महत्व है इसका पाठ भारतीय खो-खो फेडरेशन के महासचिव सुरेश शर्मा ने नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप में शिरकत करने आयी टीमों को पढ़ाया। पुरस्कार हासिल कर लेने के बाद ग्राउण्ड छोड़ रहे खिलाड़ियों की उन्होंने जमकर खिंचाई की और कहा कि अनुशासन तोड़ने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

बलिया में विराट दंगल 25 को

बलिया: खेल मंत्री अयोध्या पाल ने बताया कि बलिया में विराट दंगल का आयोजन आगामी 25 सितम्बर को किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आयोजन स्थल की घोषणा शीघ्र कर दी जायेगी।

Saturday, September 5, 2009

नेशनल खो-खो: खिताबी मुकाबले में आज दिखेगी कांटे की टक्कर !

बलिया। चन्द्रशेखर ट्राफी के लिए खेली जा रही 43 वीं सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप में पुरुष व महिला वर्ग के खिताबी मुकाबले पांच सितम्बर को यहां वीर लोरिक स्टेडियम में खेले जाएंगे। समापन समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री अयोध्या पाल होंगे। शुक्रवार को खेले गये प्री क्वार्टर फाइनल व क्वार्टर फाइनल मैचों में महाराष्ट्र की टीमों ने जहां शानदार प्रदर्शन किया वहीं पुरुष वर्ग में रेलवे, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक तथा महिलाओं में पाण्डिचेरी, केरल व पंजाब की खिलाड़ियों का प्रदर्शन अति सराहनीय रहा। कयास यही लगाये जा रहे है कि महाराष्ट्र की टीम खिताब पर कब्जा जमाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी।

..तुम्ही सो गये दास्तां कहते कहते

बलिया: बड़े शौक से सुन रहा था जमाना तुम्ही सो गये दास्तां कहते कहते..। हर एक की जुबान पर यही अल्फाज थे। शुक्रवार को पोस्टमार्टम हाउस पर आये हर उस शख्स की आंखें नम थीं जो उन्हे करीब से जानता था। बात हो रही है मध्य प्रदेश खो-खो टीम के मैनेजर एमएस भट्ट की जिनकी मौत को चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद सामान्य बताया है। सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप के अंतर्गत चौथे दिन का खेल प्रारम्भ होने से पहले आयोजन समिति के पदाधिकारियों के अलावा देश के कोने-कोने से आये खिलाड़ियों व खेल जगत से जुड़े लोगों द्वारा उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। पोस्टमार्टम हाउस पर उनके परिजन देर शाम को पहुंचे। उसके बाद उनके शव को जबलपुर ले जाने की कवायद शुरू हुई। इस मौके पर मध्यप्रदेश के खिलाड़ी भी मौजूद रहे।

Thursday, September 3, 2009

किस्मत ने दिया साथ, महिला यूपी टीम ने रचा इतिहास !

बलिया। उत्तर प्रदेश की महिला टीम ने आज 43 वीं सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप में बलिया की 'चैम्पियन' बालाओं के शानदार प्रदर्शन के बलबूते अपने अंतिम लीग मैच में आन्ध्र प्रदेश को पटकनी देते हुए अगले दौर में प्रवेश किया। कहना गलत न होगा कि किस्मत ने भी उनका भरपूर साथ निभाया। खो-खो जगत में महिला टीम की इस उपलब्धि को इसलिये भी विशेष महत्व दिया जा रहा कि दक्षिण भारत की किसी भी टीम पर उसकी ये पहली जीत है। अब तक हुए मुकाबलों में उत्तर प्रदेश की महिला टीम को हमेशा हार ही गले लगानी पड़ी। पिछली सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप की अगर बात करे तो उस दौरान महिला वर्ग में नौवें स्थान पर रहने वाली यूपी की टीम इस बार अपने ग्रुप में अव्वल रही

दूसरी ओर पिछले मैचों में अपेक्षाकृत दब कर खेलने वाली यूपी की पुरुष टीम ने महिलाओं से नसीहत ली और अपने प्रदर्शन में अप्रत्याशित सुधार करते हुए जम्मू-कश्मीर की अपेक्षाकृत मजबूत समझी जा रही टीम को लगभग हर क्षेत्र में बौना साबित कर दिया। दूसरे सत्र में पूर्व मंत्री व विधायक अम्बिका चौधरी ने आयोजन समिति के अध्यक्ष एसबीएन तिवारी के साथ खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर पुरुष वर्ग में उत्तर प्रदेश व जम्मू-कश्मीर के बीच मैच का शुभारम्भ किया। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद कुमार उपाध्याय, कबड्डी संघ के अध्यक्ष इं. अरुण कुमार सिंह, आयोजन सचिव विनोद कुमार सिंह, कोआर्डिनेटर अरविन्द सिंह, क्रीड़ा अधिकारी राजेश कुमार सोनकर, सहायक प्रशिक्षक देवी प्रसाद, शिवा नंद, संजय सिंह, मनोज पाण्डेय आदि भी मौजूद रहे। इस दौरान भृगु बाबा के नाम के जयकारे भी खूब लगे।

खो-खो: सारे खेलों की जननी

बलिया: पारम्परिक खेल खो-खो सारे खेलों की जननी है। इससे पैर के अंगूठे के नाखून से लेकर सिर के बाल तक शरीर के सभी अंगों की कसरत हो जाती है। विभिन्न सर्वेक्षणों के अलावा खेल विशेषज्ञों की रिपोर्ट भी इस बात की पुष्टि कर चुकी है। अब तो चिकित्सक भी सलाह देने लगे है कि तन्दुरुस्त रहना है तो खो-खो खेलो।

बता दें कि इसकी शुरूआत 1960 में मुम्बई से हुई थी। इसके संस्थापक के रूप में मध्यप्रदेश के थुब्बे, हैदराबाद के ओंकार प्रसाद, कर्नाटक के बीएन शंकर नारायण एवं चन्द्र मौली, मुम्बई के अब्बा नाइक, अम्बेकर, भाई निरूलकर, दिल्ली के केडी गौतम, नागपुर के बीएल आकरे ने इस खेल को धरातल पर मूर्त रूप दिया।

आटया-पाटया व खो-खो एक दूसरे के पूरक

बलिया: महाराष्ट्र में प्रचलित आटया-पाटया खेल का प्रतिरूप है खो-खो। अंतर सिर्फ इतना ही है कि खो-खो के मैदान में जहां दोनों तरफ खम्भे लगे होते है वहीं आटया-पाटया में पोल नहीं होते। दूसरी बात खो-खो मैचों में तीन खिलाड़ी रनिंग करते है जबकि आटया-पाटया में एक खिलाड़ी रनिंग करता है। शाहू जी महाराज कोल्हापुर के जमाने में आटया-पाटया खेल का प्रचलन कुछ ज्यादा ही रहा।

Wednesday, September 2, 2009

उत्तर प्रदेश की बालाओं के आगे राजस्थान ने मैदान छोड़ा !

बलिया। चन्द्रशेखर ट्राफी के लिए खेली जा रही 43 वीं सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप का दूसरा दिन विशेष कर उत्तर प्रदेश की महिला खिलाड़ियों के नाम रहा। आज दूसरे सत्र में राजस्थान के खिलाफ हुए मुकाबले में यूपी की बालाओं का शानदार प्रदर्शन सुर्खियों में रहा। आलम ये रहा कि विपक्षी टीम मैदान छोड़ने को मजबूर हो गयी। अंतत: यूपी ने यह मुकाबला एक पाली व 16 अंकों से जीत लिया।

वीर लोरिक स्टेडियम में आयोजित इस चैम्पियनशिप के अंतर्गत आज खेले गये मैचों में विदर्भ, आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, चण्डीगढ़, तेलंगाना की टीमें महिला वर्ग में विजयी रहीं जबकि पुरुषों के मुकाबले में विदर्भ के अलावा केरल, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, रेलवे , चण्डीगढ़, गोवा, हरियाणा व छत्तीसगढ़ की टीमों ने भी अपने मैच जीत कर पूरे अंक हासिल कर लिये लेकिन इन सबके बीच महफिल लूटी तो यूपी की महिलाओं ने। कप्तान मृगेंदु की अगुवाई में इस टीम की खिलाड़ियों की फ्लाइंग व पोल डाइविंग के साथ ही उनकी चपलता व बिजली सी फुर्ती के आगे विपक्षी टीम की एक न चली। उमड़े हुजूम की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अकेले मृगेंदु ने अपनी टीम के लिए एक दर्जन अंक बटोरे। सायं काल स्टेडियम में पहुंचे भारतीय खो-खो फेडरेशन के चेयरमैन राजीव मेहता ने भी भारतीय खेल प्राधिकरण के परियोजना निदेशक एमएस त्यागी के साथ खिलाड़ियों की हौसला आफजाई की

अनुशासन ही कामयाबी की कुंजी: डीएम !

बलिया। किसी भी इंसान की कामयाबी में अनुशासन की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। खेल जगत में तो इसके बिना सफलता हासिल की ही नहीं जा सकती। खिलाड़ियों को इसे अपने आचरण में आत्मसात करना होगा।

यह बातें जिलाधिकारी सेंथिल पाण्डियन सी ने कही। सेंट जेवियर्स स्कूल धरहरा में सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप के अंतर्गत महिला वर्ग में आन्ध्र प्रदेश व राजस्थान के बीच खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करने से पूर्व उद्घाटन की औपचारिकताएं पूरी करने के क्रम में उन्होंने इस आयोजन को भव्यता देने की आवश्यकता पर जोर दिया। कहा कि बलिया में इस तरह का आयोजन वाकई गर्व की बात है। इस मैच में आन्ध्र प्रदेश की टीम ने विपक्षी टीम को एक पाली व तेरह अंकों से पराजित कर दिया। यहीं खेले गये दूसरे मैच में गुजरात की टीम को विदर्भ ने एक पाली व चार अंकों से शिकस्त दी।

दूसरी ओर वीर लोरिक स्टेडियम में मुकाबलों का दौर आज भी जारी रहा। देश के कोने-कोने से आये खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखने के लिए हजारों का हुजूम यहां डेरा डाले रहा। सायं कालीन सत्र में भारतीय खेल प्राधिकरण के परियोजना निदेशक एमएस त्यागी के साथ भारतीय खो-खो फेडरेशन के चेयरमैन राजीव मेहता की मौजूदगी ने मुकाबले में चार चांद लगा दिये। आयोजन समिति के अध्यक्ष एसबीएन तिवारी व वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद कुमार उपाध्याय के अलावा आयोजन सचिव विनोद कुमार सिंह, कोआर्डिनेटर अरविन्द सिंह, क्रीड़ा अधिकारी राजेश कुमार सोनकर, सहायक प्रशिक्षक देवी प्रसाद, नीरज राय, पवन राय आदि व्यवस्था की कमान सम्भाले रहे।

Tuesday, September 1, 2009

चन्द्रशेखर ट्राफी: बलिया में खो-खो का महाकुम्भ शुरू !

बलिया। स्वाइन फ्लू की झंझट व अन्य तमाम व्यवधानों को पार करते हुए चन्द्रशेखर ट्राफी के लिए मंगलवार को यहां वीर लोरिक स्टेडियम में 43 वीं सीनियर नेशनल खो-खो चैम्पियनशिप की शुरूआत हो ही गयी। भारतीय खो-खो फेडरेशन के निर्देशन व उत्तर प्रदेश खो-खो एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित इस चैम्पियनशिप का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि भारतीय खेल प्राधिकरण के परियोजना निदेशक एमएस त्यागी ने भारतीय खो-खो फेडरेशन के चेयरमैन कमलेश चटर्जी की मौजूदगी में किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि श्री त्यागी ने अपने सम्बोधन में कहा कि अनुशासन ही सफलता की कुंजी है। इसके बिना कोई भी खिलाड़ी आगे बढ़ नहीं सकता। आवश्यकता इसे अपने आचरण में समाहित करने की है। उन्होंने खिलाड़ियों का आह्वान किया कि वे इस चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए इसे ऐतिहासिक बनायें।

सांसद नीरज शेखर ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस चैम्पियनशिप का बलिया का आयोजन उनके लिए गौरव की बात है। खास बात यह कि इसका आयोजन उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की स्मृति में किया जा रहा है। उन्होंने इस चैम्पियनशिप को बलिया की गरिमा के अनुरूप सम्पन्न कराने में हर सम्भव सहयोग देने का वायदा किया। उन्होंने कहा कि बलिया में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं आवश्यकता इन्हे सामने लाकर आगे बढ़ाने की है

इस मौके पर विभिन्न खेल संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों के साथ राजनीतिक क्षेत्र के लोगों की मौजूदगी भी उल्लेखनीय रही। इनमें कमलेश सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष उपेंद्र तिवारी, कविलाश सिंह, राणा सिंह, विनोद सिंह, दीपक सिंह, नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक कपिल देव, राजन, सेलटैक्स कमिश्रन्र राम प्रवेश, आरडी सिंह आदि मौजूद रहे।

सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिए शिक्षा जरूरी: इन्द्रजीत !

सड़ा (बलिया), निप्र । बालिकाओं को शिक्षित बनाकर ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। अभिभावकों का दायित्व है कि वे अपनी बच्चियों को शिक्षित बनाकर राष्ट्र के नव निर्माण में अपना योगदान अंकित करावें।

उक्त उद्गार मंदा ग्राम के प्रधान प्रतिनिधि इन्द्रजीत सिंह ने मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय मंदा पर आयोजित समारोह में 109 छात्राओं को ड्रेस वितरण के उपरान्त व्यक्त कियं। उन्होंने कहा कि समाज में लड़के-लड़कियों के बीच व्याप्त भेद को समाप्त कर नयी परम्परा की शुरूआत से ही देश को खुशहाल बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में लड़कियां खेल, प्रौद्योगिकी विज्ञान, नौकरी सहित तमाम क्षेत्र में लड़कों से आगे बढ़ कर सफलता हासिल कर रही हैं। ऐसे में अभिभावकों का दायित्व बनता है कि वे सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाते हुए बालिकाओं को शिक्षित बनावें।

इस मौके पर सहायक अध्यापक सुरेश मसीह, विजय प्रधान अजीजपुर खड़सरा, विवेकानन्द यादव, विक्रमा सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किया। संचालन प्रधानाध्यापक अशगरी खातून ने किया।

भौतिकता की आंधी में ध्वस्त हुई ज्ञान दृष्टि: हरिहरानंद !

चितबड़ागांव (बलिया), निप्र । भौतिकता की आंधी ने मानव समाज की ज्ञान दृष्टि को धूल धूसरित कर दिया है, यही कारण है कि किसी भी काल परिस्थिति में साधन का कार्य करने वाले अर्थ को साध्य समझने की भूल हो रही है।

उक्त विचार चितबड़ागांव के चित्तेश्वरनाथ मंदिर पर उपस्थित श्रद्धालु जन को सम्बोधित करते हुए संत हरिहरानन्द स्वामी ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कलियुग में मानव के ज्ञान चक्षु को खोलने एवं सन्मार्ग की ओर उन्मुख करने के लिए रामनाम संकीर्तन ही एक मात्र सहारा है।

संत हरिहरानन्द स्वामी की प्रेरणा से अति प्राचीन चित्तेश्वरनाथ मंदिर पर 15 माह तक चलने वाले अखण्ड रामनाम संकीर्तन यज्ञ आयोजित है। फरवरी 09 से प्रारम्भ अखण्ड रामनाम संकीर्तन यज्ञ की पूर्णाहुति मई 2010 में निश्चित की गयी है। स्वामी जी के आगमन पर प्रफुल्लित जन समुदाय ने हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए कतारबद्ध होकर संत शिरोमणि पर पुष्प वर्षा की। संकीर्तन में महिलाओं की भारी संख्या में उपस्थिति एवं लयबद्ध संकीर्तन से नगर का वातावरण देवमय हो गया है।